सजेती में एक पिता-बेटी ने अपनी छोटी बेटी के सामने जहर खाकर जान दे दी. पिता और बहन को जहर खाता देख छोटी बहन ने भी जहर खाने की बात कही. जिस पर दोनों ने उसको जहर खाने से मना कर दिया. बच्ची से उसके पिता ने कहा तुमको मरना नहीं है. तुम अपनी बुआ के साथ रहना. बच्ची के भी जहर मांगने पर दोनों एक कमरे में चले गए. जिसके बाद बच्ची रोने लगी. दोनों की हालत बिगडऩे पर वो आस पड़ोस के लोगों को बुलाकर घर ले आई. पड़ोसियों ने किसी तरह से दरवाजा तोडक़र दोनों को हमीरपुर जिला अस्पताल पहुंचाया. जहां डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. ये कलेजे को कंपा देने वाली घटना कानपुर के सजेती थानाक्षेत्र की है जहां पिता और उसकी लाडली ने मंगलवार देर रात जहर खाकर जान दे दी. पिता- पुत्री ने जान क्यों दी? इसकी वजह की तलाश पुलिस कर रही है.


कानपुर (ब्यूरो) मरने वाला पिता 36 साल का मनोज है। पिता के साथ जहर खाने वाली बेटी 14 साल की मनजीता है। छोटी बेटी 8 साल की दुर्गा है। मनोज की पत्नी करीब 6 साल पहले कहीं चली गई थी। उसके बाद से मनोज अपनी दोनों बेटियों के साथ मुंबई चला गया था। वो वहां पर पेटिंग करता था। बताया जा रहा है कि मनोज मंगलवार को ही अपने पैतृक गांव बीबीपुर आया था। मनोज की बेटी मनजीता कक्षा आठ में पढ़ती थी। वहीं दुर्गा तीसरी कक्षा में पढ़ती थी। खाने में चूहा मारने वाली दवा मिला दी


छोटी बेटी दुर्गा ने बताया की रात में उसके पापा और दीदी ने चूहा मारने वाली दवा खाने के साथ मिलाकर मेरे सामने खा ली। पिता ने मुझसे कहा कि बेटी तुम ये खाना बिल्कुल मत खाना तुम्हें जिंदा रहना है। तुम अपनी बुआ के साथ रहना। जब मैं भी उनसे खाना मांगने लगी तो वो लोग उठकर कमरे में चले गए और कमरा बंद कर लिया। कुछ देर बाद दोनों की हालत बिगडऩे लगी। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मामले की जांच की जा रही है

थानाध्यक्ष पवन कुमार ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है। दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। जहर खाने की वजह नहीं पता चल सकी है। हम लोग परिवार के लोगों से बातचीत कर रहे हैं। वहीं पिता और बहन की मौत से छोटी बेटी बहुत परेशान है। उसको समझाने की कोशिश की जा रही है। मुंबई या सजेती से जुड़े घटना के6 साल पहले मनोज की पत्नी उसे छोडक़र चली गई थी, उस समय उसने ये कदम नहीं उठाया। अचानक मुंबई से आकर अपने पैतृक गांव में जाकर बेटी के साथ इस तरह जान देने की घटना को पुलिस मुंबई से जुड़ा हुआ भी मान रही है। इस मामले में पुलिस ने मनोज और बड़ी बेटी का मोबाइल फोन कब्जे में ले लिया है। पिता-पुत्री के अंतिम संस्कार के बाद पुलिस दोनों की सीडीआर निकालकर इस घटना की वजह तलाशेगी।

Posted By: Inextlive