फेस रीडिंग डिवाइस से रोकेंगे साइबर क्राइम
- एटीएम के जरिए आए दिन दहोने फ्रॉड से कस्टमर्स को मिलेगी मुक्ति, बैंकों और पुलिस को भी मिलेगी बड़ी राहत
- पुलिस और सेना की टेक्निकल टीम ने तैयार की फेस रीडिंग डिवाइस, एटीएम बूथ के एंट्री गेट पर लगाई जाएगी >kanpur@inext.co.inKANPUR : लगातार बढ़ रहे साइबर क्राइम से जहां लोग परेशान हैं तो वहीं बैंक और पुलिस का सिरदर्द भी बढ़ता जा रहा है। साइबर क्राइम में सबसे बड़ा हिस्सा एटीएम फ्रॉड के जरिए लोगों के खाते से रकम पार करना है। तमाम कोशिशों के बावजूद एटीएम क्लोनिंग, धोखा देकर एटीएम कार्ड बदलना, कैश ट्रे में चिमटी फंसाकर मशीन खाली कर देना और काड्र ट्रे में स्कैनर और स्किमर लगाकर खाते से रुपये निकालने की वारदातें नहीं रुक रही हैं। इन वारदातों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस और सेना की टेक्निकल टीम ने फेस रीडिंग डिवाइस बनाई है। इस डिवाइस को एटीएम बूथ के एंट्री गेट पर लगाई जाएगी। जो एटीएम कार्ड होल्डर का फेस स्कैन करेगी और मैच होने पर एंट्री देगी। शासन स्तर पर बैंक अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद एटीएम बूथ में इस सॉफ्टवेयर को प्लांट कराया जाएगा। शासन स्तर पर इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है।
। तो नहीं मिलेगी परमीश नएटीएम बूथ के गेट पर पोलिग्राफ टेस्ट से मिलते जुलते सॉफ्टवेयर वाली फेस रीडिंग डिवाइस लगाई जाएगी। अगर कोई कस्टमर पहले से बूथ में होगा तो बूथ का गेट ऑटोमेटिक बंद रहेगा। जब कस्टमर रकम निकालने एटीएम में जाएगा तो पहले उसे डिवाइस के सामने अपना फेस करना होगा। डिवाइस फेस को स्कैन करेगी। इसी दौरान डिवाइस के आधे भाग में खाता धारक की बैंक में लगी तस्वीर सामने आएगी। फेस स्कैन करने के बाद दोनों फोटो को डिवाइस स्कैन करेगी। सत्तर फीसद से अधिक का मिलान होने पर ही एटीएम का यूज करने की परमिशन मिलेगी। कोई दूसरा व्यक्ति आपके एटीएम कार्ड से कोड की जानकारी होने के बाद भी रुपये नहीं निकाल पाएगा।
---------------------- ऐसे काम करेगी डिवाइस -पोलिग्राफ टेस्ट की तरह काम करेगी डिवाइस -एटीएम के एंट्री प्वाइंट पर लगेगी डिवाइस -कस्टमर को डिवाइस के सामने करना होगा फेस - डिवाइस कस्टमर के फेस को स्कैन करेगी - इसी दौरान बैंक रिकॉर्ड में लगी फोटो डिवाइस पर आ जाएगी -दोनों फोटो को स्कैन करते हुए होगा मिलान - 70 फीसदी मैचिंग पर ही खुलेगा डोर - किसी तरह की खराबी आने पर डिवाइस बंद हो जाएगी -इसकी सूचना अपने आप बैंक को मिल जाएगीगलत कार्ड पर बजेगा अलार्म
किसी तरह की खराबी आने पर डिवाइस अपने आप काम करना बंद कर देगी। जिसकी जानकारी बूथ के बैंक को होगी। जब तक डिवाइस ठीक नहीं होगी। इससे ट्रांजेक्शन करना नामुमकिन होगा। अगर डिवाइस सेटिस्फाइड नहीं होगी तो एटीएम बूथ के गेट पर लगा अलार्म भी बज उठेगा। अलार्म से आस पास वाले और वहां से निकलने वाले पुलिसकर्मी को भी मामले की जानकारी हो जाएगी। जिससे धोखाधड़ी करने वाले को पकड़ना आसान हो जाएगा। पुलिस विभाग का इतना रहेगा रोल पुलिस डिपार्टमेंट संबंधित बैंकों के साथ मीटिंग कर इस डिवाइस की पूरी जानकारी देगा। उसके बाद ये सुनिश्चित किया जाएगा कि किस जगह इसे लगाया जाए। डिवाइस को पानी और जानवरों से बचाना होगा। एटीएम से इसका कनेक्शन भी किया जाएगा। इसके लगने से बैंक को भी फायदा होगा और पुलिस को भी। क्योंकि धोखाधड़ी के बाद गई रकम का भुगतान बैंक को ही करना पड़ता है। जिससे बैंक का काफी नुकसान होता है। वहीं इस तरह की धोखाधड़ी के मामलों की शिकायत से पुलिस का बोझ बढ़ रहा है। इस डिवाइस के लगने से ट्रांजेक्शन में कुछ समय जरूर लगेगा लेकिन लोगों की खून पसीने की कमाई सेफ रहेगी।आम आदमी को क्या करना होगा
ये सुविधा जनवरी 2021 से शुरू होगी। जिन लोगों के बैंक अकाउंट 2021 में खोले जाएंगे। उनके अकाउंट में ऑटोमेटिक ये सुविधा मौजूद रहेगी। जिन लोगों के पुराने खाते हैं। उन्हें बैंक में जाकर अपने खाते अपडेट कराने होंगे। जितनी जल्दी खाता अपडेट होगा, उतनी ही जल्दी आम आदमी का पैसा सेफ होगा। ओटीपी डालने पर ही निकलेगी रकम पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम कार्डधारकों के लिए ये खबर जरूरी है। बैंक ने कार्ड के जरिए हो रहे फ्रॉड को रोकने के लिए अब नया फीचर जोड़ा है। एक दिसंबर से एटीएम से 10 हजार रुपये से ऊपर राशि निकालने पर रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर वन टाइम पासवर्ड आएगा। इसे ट्रांजेक्शन के दौरान ही एटीएम में डालना होगा, तभी रुपये निकलेंगे। ठगी की ज्यादातर घटनाएं रात में ही होती हैं, इसलिए ये व्यवस्था रात आठ बजे से सुबह आठ बजे के बीच लागू होगी। दिन में ये व्यवस्था नहीं रहेगी। कानपुर में पीएनबी, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक के मिलाकर 89 एटीएम हैं। इन सभी एटीएम में ये व्यवस्था लागू रहेगी। -----------------------सरदार वल्लभ भाई पटेल पुलिस अकादमी में डिवाइस बनाई गई है। इसे सेना और पुलिस की टेक्निकल टीम ने तैयार किया है। इसकी टेस्टिंग भी पूरी हो चुकी है। जल्द ही ये डिवाइस सभी एटीएम में लगाई जाएगी।
राजीव कृष्ण, एडीजी अकादमी