F-1 ki vocabulary
107% rule107 परसेंट रूल क्वालीफाइंग सेशन में लागू होता है। इसके तहत क्वालीफाइंग के फस्र्ट फेज में अगर कोई ड्राइवर फास्टेस्ट लैप टाइम के 107 परसेंट टाइम के अंदर लैप पूरा नहीं कर पाता तो उसे रेस स्टार्ट करने की परमीशन नहीं मिलती। हालांकि स्टीवर्ड किसी खास परिस्थिति में कार को रेस में शामिल होने की परमीशन दे सकता है।
ड्राइव-थ्रू पेनाल्टी स्टीवर्डस द्वारा उस ड्राइवर को दी जाती है, जो गलत बिहेवियर का दोषी पाया जाता है। इसके बाद ड्राइवर को एक तय स्पीड लिमिट में पिट लेन तक जाना होता है और उसके बाद वह फिर से बिना रुके रेस को रिज्वॉइन कर सकता है। Flying Lap
फ्लाइंग लैप का मतलब होता है पूरी रफ्तार और बेहतर टाइम के साथ लैप को पूरा करना। एक बार जब कार एक लैप कंप्लीट करते हुए स्टार्ट या फिनिश लाइन पार कर जाती है, तब इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसका मकसद ड्राइवर्स का हौंसला बढ़ाना होता है ताकि वह दूसरा लैप भी समय पर पूरा करे। Gravel trapजो कारें ट्रैक से पिछडक़र रनऑफ एरिया में चली जाती हैं उनके लिए ग्र्रैवेल ट्रैप वर्ड का इस्तेमाल किया जाता है। इसका मुख्य मकसद ड्राइवर को अपनी कार पर कंट्रोल बनाए रखने के लिए इंस्पायर करना होता है ताकि हाई स्पीड पर क्रैश को टाला जा सके। Installation lapसर्किट पर पहुंचने के बाद टेस्टिंग के तौर पर ड्राइवर अपनी कार से लैप का जो चक्कर लगाते हैं उसे इंस्टालेशन लैप कहते हैं। इसकी मदद से ड्राइवर्स रेस से पहले कार के फंक्शंस, ब्रेक्स और स्टीयरिंग जैसी अहम चीजों की टेस्टिंग करते हैं। KERSकाइनेटिक एनर्जी रिकवरी सिस्टम्स (केर्स) कार को एक्स्ट्रा एनर्जी प्रदान करता है, जिसका इस्तेमाल करके ड्राइवर कार की स्पीड बढ़ा सकता है। हालांकि रेस के दौरान इस एनर्जी का इस्तेमाल एक लिमिटेड टाइम के लिए ही किया जा सकता है। Marshal
मार्शल वो ऑफिशियल होता है जो ट्रैक पर रेस की सेफ रनिंग का ख्याल रखता है। किसी एक्सीडेंट की स्थिति में ट्रैक पर से मलबा हटाना और इमरजेंसी फायर वार्डेन्स को ट्रेन्ड करना भी मार्शल्स का ही जॉब है। ये मार्शल ही डिफरेंट फ्लैग्स लहराकर ट्रैक की कंडीशंस से ड्राइवर्स और ऑर्गनाइजर्स को रूबरू कराते हैं। Pitsपिट्स ट्रैक का वह एरिया होता है, जहां ड्राइवर अपनी कार के टायर को बदलने और फ्यूल की रिक्वायरमेंट को पूरा करता है। इसके लिए हर टीम को ट्रैक पर एक स्पेशिफिक पिट गैरेज की जगह दी जाती है। Safety Carरेस के दौरान किसी भी तरह के एक्सीडेंट से निपटने के लिए ट्रैक पर सेफ्टी कार्स मौजूद रहती हैं। सेफ्टी कार रेस को लीड करती हैं और किसी भी कार को उन्हें ओवरटेक करने की परमीशन नहीं होती। Sectors
स्टॉप गो पेनाल्टी के तहत ड्राइवर को अपने पिट में आकर 10 सेकेंड तक रुकना होता है। इस दौरान कार की रिफ्यूलिंग या टायर को चेंज करने की परमीशन नहीं दी जाती।