रोडवेज बसों का आए दिन होने वाले एक्सीडेंट पर अंकुश लगाने के लिए रोडवेज ने ए से ई तक पांच विभिन्न कैटेगरी में बस ड्राइवर्स की लिस्ट तैयार कर रहा है.

कानपुर(ब्यूरो)। रोडवेज बसों का आए दिन होने वाले एक्सीडेंट पर अंकुश लगाने के लिए रोडवेज ने ए से ई तक पांच विभिन्न कैटेगरी में बस ड्राइवर्स की लिस्ट तैयार कर रहा है। रोडवेज ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के प्रिंसिपल द्वारा तैयार की जाने वाली कैटेगरी लिस्ट के मुताबिक ही उनको बसों की स्टेयरिंग थमाई जाएगी। अधिकारियों के मुताबिक तैयार की जाने वाली लिस्ट में ए कैटेगरी में आने वाले ड्राइवर्स को ही एसी जनरथ बसों को चलाने के लिए दी जाएगी।

एक्सीडेंट के मुताबिक कैटेगरी
रोडवेज ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के प्रिंसिपल एसपी सिंह ने बताया कि रोडवेज ड्राइवर के एक्सीडेंट की घटनाओं के आधार पर उनको ए, बी, सी, डी व ई कैटेगरी में डाला जा रहा है। उदाहरण के तौर पर 10 सालों में जिस ड्राइवर से एक भी एक्सीडेंट नहीं हुआ है। उसको ए कैटेगरी में वहीं 10 वर्ष में कम से कम एक्सीडेंट और उसमें बस व पैसेंजर्स के नुकसान को देखते हुए बी व सी कैटेगरी में डाला जा रहा है। इसके आधार पर ही उनको एसी व नॉन एसी नई बसों को चलाने को दिया जाएगा।

पैसेंजर्स का सुरक्षित होगा सफर
रोडवेज अधिकारियों के मुताबिक इस योजना के तहत जहां रोडवेज बसों के एक्सीडेंट होने की घटनाओं में काफी हद तक अंकुश लगेगा। वहीं दूसरी ओर रोडवेज पैसेंजर्स का सफर वर्तमान की अपेक्षा सुरक्षित होगा। प्रिंसिपल के मुताबिक अपने वाले कुछ माह में एक्सपर्ट ड्राइवर्स के मुताबिक ही उनको बसों की स्टेयरिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग कर टेस्ट पास करने वालों को ही बसों की स्टेयरिंग थमाई जाएगी।

रीजन में 800 से अधिक ड्राइवर्स
रोडवेज आरएम लव कुमार के मुताबिक कानपुर रीजन में 800 से अधिक ड्राइवर्स है। जिनको रोडवेज ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में एक सप्ताह की ट्रेनिंग देकर टेस्ट लिया जा रहा है। ड्राइवर्स को पे्रक्टिकल के साथ थ्योरी भी पढ़ाई जाएगी। उन्होंने बताया कि 800 से अधिक ड्राइवर्स में 70 ड्राइवर्स टेस्ट में फेल हो गए थे। उनको आंखों व अन्य मेडिकल परेशानी थी। लिहाजा उनको ड्राइविंग से हटा कर आफिस में तैनात कर दिया गया है।
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इस तरह तैयार की गई कैटेगरी
- ए - 10 साल में एक भी एक्सीडेंट न हुआ हो
- बी - 10 साल में एक-दो एक्सीडेंट हुए हो और डैमेज न के बराबर हुआ हो
- सी - 10 साल में तीन से पांच एक्सीडेंट हुए है लेकिन कम पैसेंजर्स को चोट आई है
- डी - 10 साल में कई एक्सीडेंट हुए है जिसमें अधिक पैसेंजर्स गंभीर घायल हुए है
- ई - 10 साल में कई एक्सीडेंट हुए है। जिसमें बस डैमेज के साथ जानमाल का भी नुकसान हुआ हो
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600 से अधिक बस कानपुर रीजन में
30 एसी बसें कानपुर रीजन में
25 हजार से अधिक पैसेंजर्स का डेली आवागमन झकरकटी बस अड्डे में
1000 बसों में डेली आवागमन बस अड्डे में
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&& रोडवेज बस ड्राइवर्स की कैटेगरी वाइज लिस्ट तैयार की जा रही है। उनकी योग्यता के आधार पर उनको एसी व नई नॉन एसी बसों की स्टेयरिंग थमाई जाएगी। जिससे एक्सीडेंट पर अंकुश लगने के साथ पैसेंजर्स का सफर भी सुरक्षित होगा।
एसपी सिंह, प्रिंसिपल, रोडवेज ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट

Posted By: Inextlive