सफलता की ऊंची उड़ान
- हर बार की तरह इस बार भी गर्ल्स रहीं ब्वायज से चार कदम आगे, सीबीएसई के रिजल्ट जारी करते ही स्कूल से लेकर घर तक शुरू हो गया जश्न
- मेरिट जारी न होने के कारण आधिकारिक तौर पर टॉपर्स की घोषणा नहीं की, बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स ने 90 परसेंट से ऊपर मार्क्स स्कोर किएKANPUR (13 July): सीबीएसई के अपनी वेबसाइट पर रिजल्ट अपलोड करने के साथ शहर के स्कूलों से लेकर घरों तक जश्न शुरू हो गया। कोविड 19 के कारण कई पेपर नहीं हो पाए थे, इसे लेकर स्टूडेंट्स काफी टेंशन में थे लेकिन रिजल्ट देखते ही उनकी टेंशन दूर हो गई। सालों की मेहनत साकार हो गई। मन मुताबिक रिजल्ट आया तो पैर जमीन पर नहीं पड़ रहे थे। पेरेंट्स भी अपने बच्चों की कामयाबी पर खुद पर गर्व महसूस कर रहे थे। वहीं टीचर्स भी अपने स्टूडेंट्स की सक्सेस पर खुश थे। स्कूल में टीचर्स ने मिठाई खिलाकर बच्चों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
इन होनहारों ने भी बढ़ाया मानसीबीएसई के इंटर के रिजल्ट में शहर के कई होनहारों ने अपने स्कूल और पेरेंट्स का भी मान बढ़ाया। शहर के दिल्ली पब्लिक स्कूल बर्रा और दिल्ली पब्लिक स्कूल आजाद नगर की स्टूडेंट्स क्रमश: अविरल मिश्रा और सुनिधि वर्मा ने 98.6 परसेंट मार्क्स प्राप्त किए हैं। तो वहीं सर पदमपत सिंघानिया एजुकेशन सेंटर की स्टूडेंट देवांशी जैन ने 98.4 परसेंट, इसी स्कूल की वंशिका दुबे और गेशना कलसी 98.2 परसेंट, दिल्ली पब्लिक स्कूल कल्याणपुर की दिव्या पंत ने 98.2 परसेंट मार्क्स लाकर अपना और स्कूल का नाम रोशन किया है।
छात्राओं का दबदबा बरकरार सीबीएसई के इंटरमीडियट के बोर्ड एग्जाम में इस बार 90.46 परसेंट स्टूडेंट्स सफल हुए हैं। बीत साल की तरह इस साल भी छात्राओं ने बाजी मारते हुए छात्रों को पीछे छोड़ दिया। पास होने वालों में 94.13 परसेंट छात्राएं व 88.07 परसेंट छात्र रहे। शहर के 83 स्कूलों के 9045 स्टूडेंट्स के लिए 20 एग्जाम सेंटर्स पर एग्जाम आयोजित हुए थे। इस बार एग्जाम में कुल 65 स्टूडेंट्स ने एग्जाम छोड़ दिया था। वेबसाइट ने किया परेशानसीबीएसई की वेबसाइट न खुलने से स्टूडेंट्स दिनभर परेशान रहे। दोपहर तक रिजल्ट देखने के लिए वह मशक्कत करते रहे। स्कूलों में प्रिंसिपल ने कुछ स्टूडेंट्स के बोर्ड रिजल्ट देखकर उन्हें अवगत कराया। तब जाकर स्टूडेंट्स को उनके रिजल्ट के बारे में पता चला। जिन स्टूडेंट्स को अपना रिजल्ट पता चल गया वह फोन कर अपने फ्रेड्स से उनके रिजल्ट के बारे में जानकारी प्राप्त करने में जुट गए। यह पहली बार था जब कई स्कूलों में स्टूडेंट्स नहीं पहुंचे लेकिन फोन पर बधाई देने का सिलसिला दिनभर चलता रहा। ज्यादातर स्टूडेंट्स घर से नहीं निकले जिससे हर वर्ष की तरह सड़क पर भी सफल छात्रों के जश्न मनाने का नजारा देखने को नहीं मिला।
सीबीएसई ने पहली बार 12वीं की बोर्ड रिजल्ट में मेरिट की घोषणा नहीं की है। शहर में कोई भी टॉपर आधिकारिक तौर पर घोषित नहीं हुआ है। - बल¨वदर सिंह, सीबीएसई बोर्ड सिटी-कोऑर्डिनेटर,