चुन्नीगंज से नरौना तक हर कदम मुश्किल
कानपुर (ब्यूरो)। एक बार फिर दशहरा बीत गया और दिवाली फेस्टिवल आने को हैं, लेकिन चुन्नीगंज से नरौना चौराहा के बीच कहीं पूरा रोड ब्लॉक है तो कहीं गलियारा व डायवर्जन है। जबकि इसी रोड पर व इससे जुड़े रास्तों पर कई बड़ी मार्केट, शॉपिंग मॉल, ऑफिस,हॉस्पिटल आदि है। ट्रैफिक फंसाव और जाम के कारण आम दिनों में कई बार मार्केट्स सहित इन जगहों पर पहुंचना पहुंचना मुश्किल हो जाता है। धनतेरस और दीवाली पर तो लोग इस रोड से कार ,एसयूवी से न जाने में भलाई समझते हैं। इसके चलते इन मार्केट्स में बिजनेस पहले से ही बहुत प्रभावित है। इस वर्ष भी बेरीकेड्स न हटने और रोड क्लियर होने से शॉपकीपर्स व शोरूम ओनर्स में जबरदस्त नाराजगी है। यह हाल तब बिजनेसमैन की शिकायत पर पिछले दिनों यूपी विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने सर्किट हाउस में एडमिनिस्ट्रेशन सहित अन्य ऑफिसर्स की मीटिंग में दशहरा, दीवाली तक बेरीकेड्स हटवाने को कहा था।
इन रोड्स पर बैरिकेड्स 1-चुन्नीगंज चौराहा के पास गलियारेनुमा रोड चुन्नीगंज चौराहा से लालइमली की ओर जाने पर यूपीएमआरसी ने बैरिकेड्स लगाकर रोड का बड़ा हिस्सा घेर रखा। गलियारेनुमा सड़क से गाडिय़ां गुजरती है.यहीं पर शोरूम, शॉपकीपर्स की गाडिय़ां भी पार्क रहती है। जिससे ट्रैफिक लोड बढऩे पर दिन में कई बार जाम लगता है।2- बीएनएसडी के सामने पूरी रोड ब्लाक
चुन्नीगंज चौराहे के गलियारे से निकलकर लालइमली की ओर 100 कदम आगे बढ़ते ही बीएनएसडी स्कूल के सामने पूरी रोड ब्लाक है। बाइक व कार तो दूर पैदल जाने का भी रास्ता नजर नहीं आता है। लोगों को बाएं टर्न लेकर पेट्रोल पम्प के बगल की गली से गाडिय़ां ले जाने पड़ती है। रास्ता बन्द होने से खासतौर पर पीपीएन मार्केट के शॉपकीपर्स व शोरूम ओनर परेशान हैं। 3- नवीन मार्केट के सामने एकसाइड की लेन पर दोनों तरफ का ट्रैफिक परेड चौराहा से बड़ा चौराहा की ओर बढ़ते ही नवीन मार्केट के सामने मेन रोड की लेफ्ट साइड की पूरी लेन यूपीएमआरसी ने ब्लाक कर रखी है। जिससे मेन रोड साइड के दुकानों में पहुंचना कानपुराइट्स के लिए मुमकिन नहीं है। शॉपकीपर्स व शोरूम ओनर्स का कहना है कि लंबे समय से रोड का हिस्सा ब्लाक होने की बिजनेस लगभग ठप है। परेड-बड़ा चौराहा रोड पर दोनों साइड का ट्रैफिक एक तरफ की ही लेन से गुजरता है। जिससे खासतौर पर दोपहर और शाम को ट्रैफिक लोड पर जाम की स्थिति बनी रहती है। 4- एक लेन पर दोनों साइड का ट्रैफिक लोडबड़ा चौराहा से आरबीआई की ओर बढ़ते ही शॉपिंग मॉल के सामने लेफ्ट साइड की एक पूरी लेन ब्लाक है। दोनों साइड का ट्रैफिक एकतरफ की लेन से ही गुजरता है। यहां मॉल के अलावा कई ऑफिस, कॉलेज और शिवाला मार्केट है। हर हजारों की संख्या में लोग केवल कलेक्ट्रेट, कचहरी, पुलिस ऑफिस, उर्सला हॉस्पिटल आदि को आते-जाते हैं। मेट्रो की रोड कटिंग से पहले ही यहां दिनभर ट्रैफिक फंसाव बना रहता है। बिजी ट्रैफिक वाली रोड होने अब स्थिति और भी खराब है।
5- नरौना चौराहा बना भूलभूलैया फूलबाग से नरौना चौराहा की ओर आगे बढऩे पर फिरमेट्रो के बैरीकेड्स का सामना करना पड़ता है। यहां भी रोड के बड़े हिस्से में दायीं ओर और फिर चौराहे के पास बाई ओर बेरीकेड लगे हुए नरौना चौराहा से फूलबाग के बीच फुटपाथ को मिलाकर गलियारेनुमा रोड वाहनों के निकलने के लिए छोड़ रखी है। इसमें बाइक, ऑटो ही निकल पाती है। वहीं कैनाल पटरी साइड से एक्सप्रेस रोड व घंटाघर जाने का चौराहे पर रास्ता बन्द है.लोगों को समझ में ही नहीं आता है, कैसे कैनाल पटरी से एक्सप्रेस रोड की ओर जाएंगे।-- चुन्नीगंज से नयागंज मेट्रो स्टेशन के बीच ट्रैक सहित अन्य काम लगभग कम्प्लीट हो चुके हैं। जल्द से जल्द रोड पर बेरीकेड्स हटा दिए जाएंगें.-- पंचानन मिश्रा, पीआरओ यूपीएमआरसी
-- फेस्टिवल आ रहे हैं, मेन रोड खुदी पड़़ी है, दिनभर जाम की स्थिति बनी रहती है। कस्टमर्स का मार्केट तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है। पूरी मार्केट का बिजनेस प्रभावित है, जल्दी से रोड बनाकर खोल देनी चाहिए.-- अरूण त्रिवेदी, नवीन मार्केट शॉपकीपर्स एसोसिएशन -मेट्रो का काम जब पूरा हो चुका है तो रोड को बनाकर बेरीकेड हटा देने चाहिए। धनतेरस व दिवाली आने वाली है। बड़ी संख्या में लोग फैमिली के साथ शॉपिंग के लिए निकलते हैं लेकिन नरौना चौराहा से चुन्नीगंज तक जगह-जगह बेरीकेड लगे हैं और रास्ता बन्द है। कारोबारियों और कस्टमर्स दोनों का पेरशानी हो रही है। -- महेश चन्द्र जैन, अध्यक्ष यूपी सर्राफा एसोसिएशन ---- कानपुर कॉलिंग में आए - मेट्रो कंस्ट्रक्शन के कारण फूलबाग से नरौना चौराहा के बीच बीच जरा सा रास्ता है। दिनभर जाम लगा रहता है.कार से एक्सप्रेस रोड पहुंचना मुश्किल है। फेस्टिवल के चलते भीड़ बढऩे लगी है.-- श्रेयांस गुप्ता -- चुन्नीगंज में आने-जाने को इतना संकरा रास्ता छोड़ा गया है कि दो कारें आमने-सामने की निकल नहीं पाती है और जाम लग जाता है। मेट्रो वाले कोई ध्यान भी नहीं देते हैं। -- दीपेन्द्र सोनकर-पब्लिक की हो रही परेशानियों का मेट्रो वालों को कोई ध्यान नहीं है, कम से कम जहां काम पूरा हो गया, वहां रास्ता खोल देना चाहिए। तीन साल से यही हालात हैं। -- लोकेश शर्मा