हर डिपार्टमेंट होगा आयुष्मान में इंपैनल्ड
- जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से संबद्ध हॉस्पिटलों में बदलेगी आयुष्मान लाभार्थियों के ट्रीटमेंट की व्यवस्था
KANPUR: आयुष्मान योजना में गड़बडि़यों की तमाम शिकायतों के बाद अब मेडिकल कालेज से संबद्ध अस्पतालों में लाभार्थियों के ट्रीटमेंट की व्यवस्था पूरी तरह से बदल जाएगी। पहले जहां एलएलआर हॉस्पिटल इस स्कीम के तहत इंपैनल्ड था। वहीं नई व्यवस्था के तहत अस्पताल की जगह सभी क्लीनिकल डिपार्टमेंट इस स्कीम के तहत इंपैनल्ड होंगे। हर डिपार्टमेंट के एचओडी इसके नोडल प्रभारी होंगे। आयुष्मान लाभार्थियों के ट्रीटमेंट की जिम्मेदारी और क्लेम डिपार्टमेंट की करेगा। आयुष्मान मित्र भी रख सकेंगेएलएलआर और संबद्ध अस्पतालों के सुप्रीटेंडेंट इन चीफ प्रो। आरके मौर्या ने बताया कि सीएमओ से इस नई व्यवस्था के बाबत बातचीत हुई है। इसके अलावा स्कीम को यूपी में चला रही सांचीज से भी इसके लिए बातचीत चल रही है। डिपार्टमेंट्स को इंपैनल्ड कराने से डॉक्टर्स ज्यादा फोकस कर लाभार्थियों का ट्रीटमेंट करेंगे। इसके अलावा क्लेम में मिलने वाले फंड से डिपार्टमेंट के जरूरी खर्चे भी निकलते रहेंगे। इस स्कीम के तहत 10 बेड वाले अस्पताल तक इंपैनल्ड हो रहे हैं। जबकि मेडिकल कॉलेज के कई क्लीनिकल डिपार्टमेंट्स में ही 200 से ज्यादा बेड हैं। डिपार्टमेंट इंपैनल्ड होने के बाद अपने यहां आयुष्मान मित्र भी रख सकेंगे।