जाजमऊ डिफेंस कॉलोनी में बेशकीमती प्लाट पर कब्जा करने के इरादे से लगाई गई आग की लपटों में सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान सोलंकी फंस गए हैं. पुलिस कमिश्नर के दखल के बाद पीडि़त महिला की शिकायत पर दोनों के खिलाफ जाजमऊ थाने में एफआईआर दर्ज हो गई. एफआईआर दर्ज होते ही पुलिस अधिकारी एक्टिव हो गए. 15 थानों की पुलिस फोर्स विधायक की गिरफ्तारी के लिए उनके घर पहुंच गई. लेकिन विधायक जी ठहरे विधायक जी..इतनी आसानी से गिरफ्त में कैसे आ जाते. पुलिस के पहुंचने के पहले विधायक जी भाई सहित फरार हो गए. पता चला है कि इरफान सोलंकी लखनऊ में सपा कार्यालय पहुंच गए हैं.

कानपुर (ब्यूरो) पिछले दिनों जाजमऊ डिफेंस कॉलोनी स्थित में एक मकान में आग लग गई थी। पीडि़त नजीर फातिमा का आरोप है कि विधायक इरफान और उनके भाई रिजवान ने प्लॉट पर कब्जा करना चाहते हैं। इसके लिए दोनों पहले भी कई बार धमका चुके हैं। इसके बाद भी बात नहीं बनी तो रिजवान ने प्लॉट में झोपड़ीनुमा बने घर में आग लगा दी। नजीर फातिमा ने मामले में जाजमऊ थाने में शिकायत की लेकिन मामला विधायक से जुड़ा होने के कारण पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और उसे टरका दिया। अब पुलिस कमिश्नर ने लापरवाही बरतने पर थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया। उनकी जगह किदवई नगर थाना प्रभारी अशोक कुमार दुबे को भेजा गया है।

कमिश्नर की सख्ती पर दर्ज
प्रयागराज में रहने वाली बेबी नाज के मुताबिक उनके पिता स्व। कासिद हुसैन का जाजमऊ की केडीए कॉलोनी में एक प्लॉट है। इसको लेकर विवाद का मुकदमा कोर्ट में चल रहा है। उनके परिवार के लोग टट्टर का घर बनाकर वहां रहते हैं। 7 नवंबर की रात विधायक इरफान सोलंकी के भाई रिजवान ने घर में आग लगवा दी। आग की लपटें उठती देख स्थानीय लोगों ने पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। आरोप है कि विधायक के इशारे पर फायर ब्रिगेड कर्मी सूचना देने के बाद भी नहीं पहुंचे। कमिश्नर की सख्ती के बाद जाजमऊ थाने में सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया।

पूरे आवास को पुलिस ने घेरा
सोमवार देर रात कई थानों का फोर्स उनकी गिरफ्तारी के लिए जाजमऊ डिफेंस कॉलोनी स्थित उनके आवास पहुंचा। वहां पुलिस को बताया गया कि इरफान और उनके भाई घर पर नहीं हैं। पुलिस इरफान सोलंकी का मकान घेरे रही। इस पर इरफान की बेटी ने पुलिस के मकान घेरे हुए एक वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। बुधवार सुबह जानकारी मिलते ही सपा कार्यकर्ताओं का विधायक के घर पहुंचना शुरू हो गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए फिलहाल पूरा एरिया छावनी बना है।

विधायक जी का पक्ष भी जानिए
उधर, इस मामले में सपा विधायक इरफान सोलंकी ने दो वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं। उन्होंने कानपुर कमिश्नरेट पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इरफान का आरोप है कि पुलिस ने देर रात उनके घर को छावनी बना दिया। 15 थानों की फोर्स लेकर उनके घर में छापेमारी की गई। कुछ दिन पहले ही उनके चाचा का इंतकाल होने की वजह से वे घर पर मौजूद नहीं थे। घर पर सिर्फ महिलाएं और बच्चे थे। पुलिस ने उनकी बेगम और बच्चियों से अभद्रता की। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है।

खुफिया तंत्र फिर हुआ फेल
मामले में कानपुर कमिश्नरेट का खुफिया तंत्र फेल हुआ है। दबिश के नाम पर कानपुर पुलिस अधिकारियों को गुमराह करती रह गई। दूसरी तरफ विधायक इरफान सोलंकी लखनऊ में सपा पार्टी कार्यालय में पहुंच गए। दबिश देने के बाद पुलिस ने सपा विधायक और उसके भाई के खिलाफ दर्ज एफआईआर में धाराएं बढ़ा दी हैं। पहले एफआईआर की धारा 436 और 506 में लिखी थी। अब 147, 327, 427, 386, 504 और 120 बी भी बढ़ाई गई है।

इन धाराओं में दर्ज किया गया मुकदमा
436 (आग या किसी विस्फोटक पदार्थ का प्रयोग कर किसी भी चीज का नाश करना )
506 (अपराध करने वाला जान माल की धमकी दे)
147 (बलवा करने के लिए दंड निर्धारित करना)
327 (संपत्ति या मूल्यवान वस्तु के लिए अवैध काम करना)
427 (कुचेष्टा जिससे पचास या उससे अधिक रुपए का नुकसान हो)
386 (मृत्यु या गंभीर आघात के भय में डाल जबरदस्ती वसूली करना)
504 (शांति भंग के इरादे से जानबूझकर अपमान करना)
120 बी (आपराधिक वारदात के लिए षणयंत्र रचना)

आरोपियों की तलाश में पुलिस
आरोपियों को पकडऩे के लिए टीम बना कर दबिश दी जा रही है। थाना जाजमऊ में महिला का प्लॉट कब्जा करने और आग लगाने की गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है। इस मामले में कई अज्ञात की भी तलाश है।
रविन्द्र कुमार, डीसपी पूर्वी

Posted By: Inextlive