‘खा’ गए शहर की पहली स्मार्ट रोड
कानपुर(ब्यूरो)। फूलबाग से नरोना चौराहे तक 34.50 करोड़ की लागत से बनी सिटी की पहली स्मार्ट रोड भी इंक्रोचमेंट का शिकार हो गई। यहां पर टेंपों स्टैंड से लेकर ठेले। गुमटी आदि सभी तरह का इंक्रोचमेंट देखने को मिल जाएगा। ऐसे में जब स्मार्ट रोड की यह हालत है तो बाकी जगह की क्या होगी, खुद भी देख-समझ सकते हैं। सिटी के तमाम जगहों पर आपको अवैध स्टैंड जगह-जगह मिलेगा, यहां ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाने से लेकर चालकों की अराजकता दिखती है। जिससे लोगों को घंटों जाम में जूझने के अलावा इन स्टैंड की वजह से कई बार हादसों का शिकार होना पड़ता है। ऐसे में पुलिस से लेकर नगर निगम इसे हटवाने में क्यों सुध नहीं लेती, यह एक बड़ा सवाल है।
48 घंटे में हटाने के निर्देश
योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशस्तरीय सडक़ सुरक्षा अभियान गुरुवार से शुरू करने के साथ ही 48 घंटे के अंदर सभी अवैध वाहन स्टैंड खत्म करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सडक़ सुरक्षा में चूक और अतिक्रमण बढऩे के लिए सिर्फ पुलिस ही नहीं नगर-निगम समेत अन्य विभागों की भी जिम्मेदारी होती है। जबकि शहर में इस अराजकता के लिए विभागीय अफसर एक-दूसरे की जिम्मेदारी बताकर पल्ला झाड़ लेते हैं। सीएम के इस सख्त आदेश के बावजूद अभी जमीनी स्तर पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा है।
पटेल चौक, देवकी चौराहा, बारादेवी चौराहा, पालीटेक्निक चौराहा, कल्याणपुर क्राङ्क्षसग, अफीमकोठी, झूले लाल चौक, दबौली, गुजैनी, रावतपुर स्टेशन, बिठूर रोड तिराहा, नौबस्ता चौराहा, गुटैया क्राङ्क्षसग, नरोना चौराहा, टाटमिल, छपेड़ा पुलिया, बड़ा चौराहा, फजलगंज, विजय नगर, सीटीआई, चावला मार्केट, नमक फैक्ट्री, टीपी नगर, किदवई नगर चौराहा, जरीब चौकी समेत अन्य जगहों पर अवैध स्टैंडों की भरमार है। 100 रुपए तक की वसूली
वैन और मैजिक चलाने वाले चालकों ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि कुछेक जगहों को छोडक़र सिटी तमाम जगहों पर चल रहे स्टैंड अवैध हैं, यहां पर वैन चालकों से रोजाना के हिसाब से 70 से 100 रुपए तक की वसूली होती है। इनमें कई स्टैंड शामिल है। इतना ही नहीं, ऑटो वालों से प्रति चक्कर के हिसाब से वसूली होती है। सूत्रों के मुताबिक टोकन की कमाई में थाना और चौकी पुलिस की पूरी हिस्सेदारी होती है।
प्लान धरातल पर नहीं उतरा
बेतरतीब ढंग से चल रहे अवैध पार्किंग को ठीक ढंग से चलाने के लिए कई बार आला अधिकारियों के साथ स्मार्ट सिटी की बैठक भी हुई। जिसमें कहा गया कि सिटी के मुख्य जगहों पर खाली जगहों को चिन्हित कर स्टैंड बनाया जाए, लेकिन आज तक यह धरातल पर नहीं उतर सकी है। जिस कारण जगह-जगह ई-रिक्शा, टैंपों, वैन, मैजिक समेत अन्य वाहनों का अवैध स्टैंड मौजूद है। जिसकी वजह से जाम लगता रहता है।
- 100 से ज्यादा अवैध स्टैंड
- 70 से 100 रुपए तक वैन समेत मैजिक से वसूली
- 1 चक्कर के हिसाब से ऑटो वालों से वसूली
- 34.50 करोड़ की स्मार्ट रोड का भी यही हाल एक नजर में
- सिटी के तमाम जगहों पर अवैध स्टैंड
- स्टैंड के कारण जाम लगना मुख्य वजह
- हादसों का भी रहता है डर
- स्टैंड को लेकर कई बार बैठक, लेकिन प्लानिंग नहीं