-केस्को के निशाने पर सबसे ज्यादा बिजली चोरी में शामिल 3 डिवीजन

KANPUR: सबसे ज्यादा बिजली चोरी में शामिल डिवीजन के मोहल्लों में तारों का मकड़जाल फैला हुआ है। इलेक्ट्रिसिटी लाइनों में कटिया मारने के साथ ट्रांसफॉर्मर्स से भी बिजली चोरी की जा रही है। सैटरडे को हालात देखकर केस्को ऑफिसर्स भी दंग रह गए। उनके मुंह से बरबस यही निकला कि अगर तारों का मकड़जाल ही हटा दिया जाए तो ट्रांसफॉर्मर्स व सबस्टेशन की क्षमता बढ़ाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी।

तीन डिवीजन निशाने पर

बिजलीघर परेड, जरीबचौकी और कोपरगंज आलूमंडी डिवीजन सबसे अधिक बिजली चोरी वाले डिवीजनंस में शामिल है। इन डिवीजनंस में 40 से लेकर 55 परसेंट तक बिजलीचोरी, लाइनलॉस है। अब ये डिवीजन केस्को ऑफिसर्स के निशाने पर आ चुके हैं। इनमें तारों का मकड़जाल हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। सैटरडे को केस्को एमडी सेल्वा कुमारी जे, चीफ इंजीनियर एकेएस चौहान सहित अन्य ऑफिसर्स इन डिवीजनंस में पहुंचे। घनी आबादी वाले बजरिया चौक, छोटे मिया का हाता, लकड़मंडी, सुरसा मंदिर, इफ्तिखाराबाद, रूपम चौराहा, दलेलपुरवा में निरीक्षण किया। इन मोहल्लों में तारों का मकड़जाल मिला। एक-एक इलेक्ट्रिसिटी पोल पर 200-200 केबिल लगी मिली, सीधे ट्रांसफॉर्मर तक से केबिल डालकर बिजली चोरी होती मिली। ऑफिसर्स ने अवैध कनेक्शनंस के फैले तारों के फैले मकड़जाल को काटने का फरमान सुनाया। जांच कर पोल पर लगे डिस्ट्रीब्यूशन बॉक्स से लीगल कनेक्शन देकर ताले लगाने का आदेश सुनाया। इसके साथ ही गर्मियों को लेकर किए जा रहे ट्रांसफॉर्मर्स के मेंटीनेंस और आसपास सफाई का भी निरीक्षण किया। इन मामलों में कोपरगंज आलूमंडी डिवीजन में लापरवाही देख उनका पारा चढ़ गया। आलूमंडी डिवीजन के असिस्टेंट इंजीनियर वीके सिंह और जूनियर इंजीनियर अब्दुल खालिद का वेतन रोकने का आदेश दिया गया। चीफ इंजीनियर एकेएस चौहान ने बताया कि बिजलीघर परेड, कोपरगंज और जरीबचौकी डिवीजन में लगातार अभियान चलता रहेगा। जब तक तारों का मकड़जाल हटाकर पोल पर लगे डिस्ट्रीयबूशन बॉक्स से लीगल कनेक्शन न जोड़ दिए जाए। इसमें लापरवाही बरतने वालों को बख्शा नही जाएगा।

फ् डिवीजन-

कोपरगंज आलूमंडी, बिजलीघर परेड, जरीबचौकी

बिजली चोरी- ब्0 से भ्भ् परसेंट तक

Posted By: Inextlive