विधायक इरफान के घर ईडी की रेड
कानपुर (ब्यूरो)। डेढ़ साल से जेल की सलाखों के पीछे कैद सपा विधायक इरफान सोलंकी की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक दर्जन से अधिक मुकदमों में फंसे इरफान और उनके करीबियों पर गुरुवार सुबह एनफोर्समेंट डायरेक्ट्रेट(ईडी) ने छापेमारी की। सोर्सेस की मानें तो 40 गाडिय़ों से शहर पहुंची ईडी की सात टीमों ने सुबह 8 बजे से एमएलए, उनकी फैमिली और करीबियों के सिटी स्थित छह ठिकानों समेत 11 स्थानों पर रेड शुरू कर दी। जाजमऊ स्थित इरफान के घर में फैमिली मेंबर नहीं थे लेकिन ईडी घर के अंदर दाखिल हो गई और दस्तावेज खंगालने शुरू कर दिए।
इनके यहां छापे मारे
ईडी की टीम ने जाजमऊ स्थित हाजी इरफान सोलंकी व उनके भाई रिजवान के घर, मरहूम हाजी मुश्ताक सोलंकी व उनके भाई अरशद के घर छापेमारी की। इसके अलावा ग्वालटोली स्थित नूरी शौकत के घर, चमनगंज में हलीम प्राइमरी स्कूल के सामने बिल्डर हाजी वसी के घर पर एक साथ छापेमारी शुरू की। शाम छह बजे नूरी शौकत और हाजी वसी के घर पर रेड खत्म हो गई।
मोबाइल जमा कराए, सीसीटीवी डिस्कनेक्ट
ईडी की टीम ने विधायक के घर पहुंचते ही वहां मौजूद सभी लोगों के मोबाइल फोन जमा करा लिए और घर के सीसीटीवी कैमरों को भी डिस्कनेक्ट कर दिया। जांच के दौरान घर में अलमारियों को काटने के लिए इलेक्ट्रिक कटर, ङ्क्षप्रङ्क्षटग मशीन और अन्य उपकरण भी मंगाए थे। इसकी वजह से मोहल्ले में सनसनी फैली रही। लोगों के बीच तरह तरह की चर्चाएं होती रहीं। इरफान के खनन के कारोबार से जुड़े साक्ष्यों पर भी ईडी की नजर है। इस मामले में कई और लोग जांच के दायरे में आ सकते हैं।
फिलहाल शाम छह बजे तक विधायक और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर जांच चल रही थी। इधर विधायक के अधिवक्ता शिवाकांत दीक्षित ने सुबह सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर ईडी की कार्रवाई पर सवाल उठाए। उनका कहना है कि इरफान के जाजमऊ स्थित घर में फैमिली मेंबर्स मौजूद नहीं हैं। विधायक की पत्नी उनसे मिलने महाराजगंज जेल गई हैं। इधर ईडी टीम ने घर के सभी कैमरों के कनेक्शन भी काट दिए हैं।
ये गंभीर आरोप लगाए
ईडी सोर्सेज के मुताबिक इन सभी के खिलाफ जबरन वसूली, सरकारी और निजी संपत्तियों समेत नजूल की जमीनों पर कब्जा, अवैध निर्माण के साथ ही मनी लांङ्क्षड्रग एक्ट के तहत जांच शुरू की है। इरफान की इनकम में बढ़ोत्तरी हुए बिना संपत्ति में 282 प्रतिशत की वृद्धि के इविडेंस मिलने के बाद ईडी ने शिकंजा कस दिया है। विधायक के घर से 26 लाख रुपये कैश बरामद हुए जबकि बैंक अकाउंट से साढ़े 12 करोड़ रुपये का डिटेल मिला। आईटी टैक्स रिटर्न में सिर्फ छह लाख रुपये की इनकम दिखाई थी।
नवंबर 2022 में शुरू हुई उल्टी गिनती
दो साल पहले आठ नवंबर-2022 को डिफेंस कॉलोनी जाजमऊ निवासी नसीर फातिमा ने विधायक के भाई रिजवान पर प्लाट पर जबरन कब्जा करने और आग लगाने का आरोप लगाया था। इसमें विधायक को भी आरोपी बनाया गया था। पुलिस की टीम विधायक को गिरफ्तार करने उनके घर पहुंची तो वह फरार हो गए थे। लगभग एक महीने फरार रहने के बाद विधायक ने सरेंडर कर दिया था। विधायक पर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई थी और उन्हें महाराजगंज जेल शिफ्ट कर दिया गया था। इधर जांच में रियल एस्टेट कारोबार में विधायक की पत्नी नसीम के हाजी वसी की कंस्ट्रक्शन कंपनी में निदेशक होने की बात सामने आने पर वसी और शौकत अली पर शिकंजा कसा गया था। तीन जून-2022 को शहर में हुए दंगे के मामले में वसी को जेल भेजा गया था जबकि शौकत की जमीन पर कब्जे आदि के मामले में गिरफ्तारी हुई थी। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बांग्लादेशियों को बसाने के मामले में भी विधायक फंसे हुए हैं।