गौशालाओं के लिए इकोनामिक मॉडल बनेगा
कानपुर (ब्यूरो) 480 मवेशी अभी रह रहे हैं। सोसाइटी में 650 सदस्य हैं। इस गोशाला का महीने का खर्च 15 लाख के करीब है। गौशाला में दूध से ढाई लाख रुपए, गाय के गोबर, मूत्र, दूध से बने लगभग दो दर्जन उत्पादों की बिक्री से ढाई लाख की कमाई, संपत्तियों के किराए से 2 लाख व खाद की बिक्री से 70 हजार रुपए प्रति महीने की कमाई होती है। यहां 3 गोबर गैस प्लांट भी हैं। निरीक्षण के बाद कमिश्नर ने गौशाला के अनुभव के आधार पर एक हफ्ते में 100 मवेशियों के मैनेजमेंट के लिए एक प्रैक्टिकल इकोनामिक मॉडल तैयार करने के निर्देश दिए। इसके लिए सीडीओ, नगर आयुक्त और मुख्य पशु चिकित्साधिकारी की कमेटी भी बनाई है। जोकि एक हफ्ते में अपनी रिपोर्ट देगी। इस मॉडल कोजिले व मंडल में गौशालाओं के लिए भी लागू किया जा सकता है।