सिर्फ नाम व फोटो पर भरोसा कर न लें आयुर्वेदिक मेडिसिन
कानपुर (ब्यूरो)। सिर्फ एक कैप्सूल रोज और बीमारियों से रहें दूरइम्यूनिटी को स्ट्रांग करने के लिए एक दो चम्मच सुबह शाम.सेक्स पॉवर को बढ़ाने के लिए सोन से पहले सिर्फ एक टैबलेट.आयुर्वेदिक दवाओं के ऐसे लुभावने विज्ञापन पढक़र अगर आप भी बिना डॉक्टर की सलाह के इनका सेवन करते हैं और यह सोचते हैं कि इनका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता तो अलर्ट हो जाएं। आंख बंद करके ऐसी दवाओं का सेवन न करें। क्योंकि शहर में कई ऐसी आयुर्वेदिक दवाओं की बिक्री हो रही है जिसमें एलोपैथी की दवाएं मिक्स की जा रही हैं जिससे इफेक्ट जल्दी शरीर पर दिखाई दे। लेकिन, ऐसी दवाओं का यूज आपके लीवर व किडनी को खराब करने के साथ आपका वेट भी बढ़ा सकते हैं।
लैब में जांच के बाद हुआ खुलासा
आयुर्वेद एव यूनानी औषधि के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ। बृजेश सिंह कटियार ने बताया कि बीते दिनों कानपुर समेत यूपी के विभिन्न स्थानों में आयुर्वेदिक एव यूनानी सेंटर्स व मेडिकल स्टोर में औचक छापेमारी की एक दर्जन से अधिक आयुर्वेदिक दवाओं की सैम्पलिंग की गई थी। जिसमें तीन कंपनियों के अलग-अलग प्रोडक्ट को जांच के लिए राजकीय विश्लेषक औषधि परीक्षण प्रयोगशाला, लखनऊ भेजा गया था। जहां दो कंपनियों के प्रोडक्ट में कार्टिको स्टेरायड व एक कंपनी के प्रोडक्ट में स्टेरायड मिला है। जोकि काफी समय तक यूज करने पर मनुष्य के शरीर के लिए काफी हानिकारक होता है। लिहाजा आयुर्वेदिक एवं युनानी औषधि यूपी के लाइसेंसिंग प्राधिकारी प्रो। पीसी सक्सेना ने तीनों चिन्हित कंपनियों के प्रोडक्ट को कानपुर समेत यूपी में बैन कर दिया है।
आयुर्वेदिक एवं यूनानी औषधि के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ। बृजेश सिंह कटियार ने बताया कि कानपुराइट्स को आंख बंद कर मार्केट में बिक्री हो रही सभी आयुर्वेदिक दवाओं को खरीद कर उसका सेवन नहीं करना चाहिए। अच्छा होगा कि दवाओं का यूज करने से पहले आयुर्वेदिक डॉक्टर्स से एक बार सलाह अवश्य ले लें। जिससे आप मार्केट में आयुर्वेदिक दवाओं के नाम पर ब्रिकी हो रही बोगस दवाओं का सेवन करने से बच सकेंगे।
कोरोना के बाद बढ़ी सेल
यह बात तो सभी जानते है कि एलोपैथिक मेडिसिन का कहीं न कहीं साइड इफेक्ट होता है। इसलिए कोरोना काल के बाद लोगों ने अपनी इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए आयुर्वेदिक दवाओं को सेवन करना शुरू कर दिया। जिससे शरीर में किसी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट न हो। इसका फायदा उठाते हुए कुछ कंपनियां आयुर्वेदिक दवाओं में एलोपैथिक दवाओं को मिक्स कर अवैध तरीके से मार्केट में बिक्री कर रहे है। आयुर्वेदिक व एलोपैथी का मिश्रण मनुष्य के शरीर के लिए हानिकारक साबित होता है।