- एलएलआर हॉस्पिटल की न्यूरो साइंस और मेटरनिटी ब्लॉक में डीएम ने अफसरों के साथ मारा छापा, आधे से ज्यादा डॉक्टर मिले ड्यूटी से गायब

-वहीं गुस्साए डॉक्टर्स ने कोविड प्रोटोकॉल फालो किए बिना रेड जोन में आने, रेजीडेंट्स की पीपीई किट उतरवाकर आइडेंटीफाई करने का लगाया आरोप

KANPUR: एलएलआर हॉस्पिटल के आईसीयू में सैटरडे को ही 8 कोरोना पेशेंट्स की मौत की खबर के बाद देर रात डीएम ने एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर्स के साथ कोविड हॉस्पिटल में छापा मारा। न्यूरो कोविड बिल्डिंग और मेटरनिटी विंग दोनों का डीएम और उनके साथ आए ऑफिसर्स ने इंस्पेक्शन किया। इस दौरान डीएम को कई डॉक्टर ड्यूटी से गायब मिले। आधी रात को हुई इस कार्रवाई पर वहां ड्यूटी कर रहे रेजीडेंट भड़क गए। सुबह उन्होंने प्रभारी अधिकारी से लिखित शिकायत की। साथ ही शाम को प्रिंसिपल ऑफिस पहुंच कर उनका घेराव कर नाराजगी जताई। वहीं कॉलेज प्रशासन ने भी कोविड प्रोटोकाल तोड़े जाने के बाबत शासन तक जानकारी सीसीटीवी फुटेज के साथ पहुंचाई है।

11 में 6 डॉक्टर्स गायब मिले

रात 12 बजे के करीब डीएम आलोक तिवारी, एडीएम आपूर्ति बसंत लाल व कई अन्य एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर्स बिना किसी सूचना के इंस्पेक्शन करने एलएलआर हॉस्पिटल पहुंच गए। डीएम आलोक तिवारी के मुताबिक अस्पताल में लगातार कोरोना पेश्ेांट्स की डेथ के साथ सीनियर डॉक्टर्स के राउंड पर नहीं आने की शिकायतें मिल रही थीं। इसी को चेक करने के लिए अचानक इंस्पेक्शन किया था। जिसमें 11 में से 6 डॉक्टर रोस्टर के मुताबिक ड्यूटी पर नहीं मिले। इसे लेकर शासन को ड्यूटी से गायब डॉक्टर्स के नाम के साथ रिपोर्ट भेजेंगे और कार्रवाई की जाएगी।

नहीं किया प्रोटोकॉल फालो

डीएम के इस इंस्पेक्शन को लेकर रेजीडेंट्स ने न्यूरो कोविड के सुपरीटेंडेंट को लिखित शिकायत की है। जिसमें कहा गया कि आईसीयू, एचडीयू व वार्डो में तैनात रेजीडेंट्स को तत्काल ग्रीन जोन में नीचे बुलाया गया। चेक करने के लिए पीपीई किट में उनका चेहरा खुलवा कर ड्यूटी रोस्टर के मुताबिक पहचान भी कराई। नीचे आने पर उन्हें (डीएम को) जानकारी दी गई कि अंदर काफी क्रिटिकल पेश्ेांट्स हैं। पीपीई किट पहन कर ग्रीन जोन में आने से डॉपिंग प्रोटोकॉल टूटा। साथ ही क्रिटिकल पेशेंट्स भी और डिटोरिएट हो गए। डीएम और उनके साथ आया स्टाफ भी पहले मास्क नहीं पहने था। इससे ग्रीन जोन संक्रमित हो गया। साथ ही ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर्स व कर्मचारियों पर भी संक्रमण का खतरा बढ़ गया। वहीं मेटरनिटी ब्लॉक और फ्लू ओपीडी के अंदर एडीएम (सप्लाई) बिना प्रोटेक्शन किट पहने ही तीसरे फ्लोर तक तीन लोगों के साथ चले गए। आधे घंटे के करीब चले इस इंस्पेक्शन के कुछ देर बाद वाइस प्रिंसिपल भी वहां पहुंची, लेकिन तब तक डीएम वहां से जा चुके थे।

शासन तक पहुंचा मामला

कोविड विंग में इस तरह से बिना पूर्व सूचना इंस्पेक्शन और रेजीडेंट्स को डयूटी छोड़ कर बुलवाने व उनकी पहचान परेड करवाने पर रेजीडेंट्स ने नाराजगी जताई। लिखित शिकायत देने के साथ ही शाम को वह प्रिंसिपल आफिस भी पहुंच गए और पूरे घटनाक्रम को लेकर कंप्लेन की। प्रिंसिपल डॉ.आरबी कमल ने उनकी शिकायतों को सुन ऐसा दोबारा न हो इसका आश्वासन दिया। साथ ही डीजीएमई को भी इसकी जानकारी दी गई है।

देर रात 3 संक्रमितों की मौत

डीएम के अचानक इंस्पेक्शन के दौरान ग्राउंड फ्लोर का ग्रीन जोन संक्रमित हो गया। जिसकी वजह से उसे सेनेटाइज किया गया। बताया गया कि सुबह 10 बजे नई शिफ्ट सेनेटाइजेशन के बाद ही डयूटी पर जा सकी। वहीं देर रात इंस्पेक्शन के दौरान रेजीडेंट्स नीचे आ गए थे। इस बीच कुछ गंभीर कोरोना संक्रमित पेशेंट्स की हालत बिगड़ गई। देर रात कोविड आईसीयू में तीन कोरोना संक्रमित पेशेंट्स की मौत की सूचना मिली। इसमें 8 साल का एक बच्चा, 63 साल और 50 साल के दो पुरुष शामिल हैं।

Posted By: Inextlive