डीएम को भी आरटीओ में मिला 'धोखा'
-डीएम ने थर्सडे को आरटीओ में की औचक छापेमारी, गेट कराए गए थे बंद
- डीएल सेक्शन के कारिंदे आरटीओ स्टाफ के साथ ही घूमते रहे - 2 युवकों को हिरासत में लिया, फुटेज के आधार पर होगी कार्रवाई - 02 गुने से ज्यादा हैं कारिंदे स्टाफ के मुकाबले KANPUR। आरटीओ के डीएल सेक्शन में आफिसर्स के कमरों में उनके अगल-बगल बैठकर काम करने वाले कारिंदे थर्सडे को हुई औचक छापेमारी में डीएम साहब को ही धोखा दे गए। छापेमारी होते ही कुछ कारिंदे तो आरटीओ की दिवार फांदकर रेलवे ट्रैक की तरफ भाग गए। वहीं कुछ कारिंदे डीएम साहब के आसपास ही आरटीओ अधिकारियों के साथ आरटीओ के बाबू का रंगा हुआ चोला पहनकर घूमते रहे। जिनको डीएम साहब की टीम भी नहीं पहचान पाई। दो युवकों को हिरासत में लियाआरटीओ परिसर में खुलेआम चल रही दलाली की कई शिकायतें मिलने के बाद डीएम आलोक तिवारी ने थर्सडे को औचक छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान टीम ने एक मनोज नामक युवक समेत दो लोगों को हिरासत में लेकर काकादेव थाने भेज दिया था। सोर्सेस के मुताबिक मनोज आरटीओ में ही एक अधिकारी के सेक्सन में कंप्यूटर ऑपरेटिंग का काम करता है।
स्टाफ से दोगुने कारिंदेआरटीओ ऑफिसर में जितने का स्टाफ नहीं है। उससे ज्यादा संख्या में अधिकारियों के कारिंदे काम करते हैं। जो लर्निग डीएल बनवाने से लेकर व्हीकल ट्रांसफर, फिटनेस, री रजिस्ट्रेशन, डीएल रिन्युअल कराने का ठेका लेते हैं। इन कारिंदों के पास दलाली का डेली का पूरा लेखा जोखा होता है। इस अवैध कमाई का निर्धारित हिस्सा शाम को उनकी गाड़ी तक पहुंचा दिया जाता है।
अप्लीकेंट्स से की बातचीत डीएम अलोक तिवारी ने आरटीओ में औचक छापेमारी के दौरान डीएल सेक्सन में फोटो खिंचवाने के लिए लाइन में लगे अप्लीकेंट्स से भी बातचीत की। किसी के कोई शिकायत नहीं करने पर वह आगे बढ़ गए। छापेमारी के दौरान कुछ लोगों के भागते हुए देखने पर डीएम ने आरटीओ को परिसर में लगे सीसीटीवी के कैमरों की फुटेज निकाल कर दलालों को चिन्हित कर कार्रवाई करने का आदेश दिया है।