हैलट अस्पताल के इमरजेंसी ब्लाक में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को जल्द ही डिजिटल एक्सरे जांच की सुविधा मिलने लगेगी. इसके लिए डिजिटल एक्सरे मशीन लगाई जा रही है. जीएसवीएम मेडिकल कालेज प्रशासन ने मशीन मंगा ली है जो इमरजेंसी के सामने पुराने बने पुराने बर्न वार्ड में लगाई जाएगी.

कानपुर (ब्यूरो)। हैलट अस्पताल के इमरजेंसी ब्लाक में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को जल्द ही डिजिटल एक्सरे जांच की सुविधा मिलने लगेगी। इसके लिए डिजिटल एक्सरे मशीन लगाई जा रही है। जीएसवीएम मेडिकल कालेज प्रशासन ने मशीन मंगा ली है, जो इमरजेंसी के सामने पुराने बने पुराने बर्न वार्ड में लगाई जाएगी।

इमरजेंसी मेडिसिन वार्ड बनाया जा रहा
मेडिकल कालेज के हैलट अस्पताल की इमरजेंसी की व्यवस्था दुरुस्त करने की कवायद शुरू हो गई है। नेशनल मेडिकल कमीशन की पहल पर जहां शासन ने नया विभाग इमरजेंसी मेडिसिन विभाग बनाया है, जिसके लिए अलग से चिकित्सा शिक्षकों के पद स्वीकृत किए गए हैं। दो प्रोफेसर,दो एसोसिएट और दो असिस्टेंट प्रोफेसर होंगे। इमरजेंसी ब्लाक के ठीक सामने ही इमरजेंसी मेडिसिन विभाग बनाया गया है, जिसमें 60 बेड का अत्याधुनिक सुविधाओं का वार्ड बनाया जा रहा है। इसके हिस्से में ही पुराना बर्न वार्ड था, जिसे रेडियोडायग्नोस्टिक ब्लाक में परिवर्तित करने का निर्णय प्रिंसिपल ने किया है। जहां डिजिटल एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन और एमआरआई मशीन लगाई जानी है। इसी क्रम में फ्राइडे को डिजिटल एक्सरे मशीन आ गई है।

मशीन लगाने आए कंपनी के इंजीनियर
डिजिटल एक्सरे लगाने के लिए कंपनी के इंजीनियर कार्यवाहक प्रिंसिपल प्रो। रिचा गिरि से मिलने कार्यालय पहुंचे। उन्होंने प्रमुख अधीक्षक डा। आरके ङ्क्षसह और सीएमएस डा। एनसी त्रिपाठी को मशीन स्थापित करने से पहले सिविल कार्य कराने का निर्देश दिया है। प्रो। गिरि ने बताया कि डिजिटल मशीन स्थापित करने के लिए पहले से ही पुराने बर्न वार्ड की जगह चिन्हित है। रेडिएशन के हिसाब से सिविल कार्य तेजी से कराने का निर्देश दिया है। ताकि मरीजों को जल्द से जल्द जांच की सुविधा मुहैया कराई जा सके।

Posted By: Inextlive