बेधडक़ चलना मुश्किल, खुले मेनहोल में फिर टूटी सांस
कानपुर (ब्यूरो) । शहर में जगह-जगह खुले गड्ढे और मेनहोल जानलेवा हो रहे हैैं। कभी इन गड्ढों में पशु गिर जाते हैैं तो कभी स्कूटी। आए दिन खराब सडक़ों के किनारे खुले इन मेनहोल और नालों में गिरकर मौैतें हो रही हैैं। इसके बाद भी जिम्मेदार विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैैं। चकेरी में नगर निगम की लापरवाही की वजह से खुले नाले में गिरने से 50 साल के अधेड़ की मौत हो गई। वे मंडे की रात को खाना खाने के बाद टहलने के लिए निकले थे। जब वह घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने तलाश शुरू की तो हादसे की जानकारी हुई। घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया।
बाइक शोरूम में सेल्समैन थे मृतक
चकेरी के गांधीग्राम निवासी पंकज श्रीवास्तव बाइक शोरूम कंपनी में सेल्समैन थे। उनके परिवार में पत्नी कामिनी, बेटा शिवांश, दो बेटी निशी और आस्था है। परिजनों ने बताया कि मंडे की रात को खाना खाने के बाद करीब 10 बजे वे टहलने के लिए निकले थे। इसके बाद देर रात तक वे घर नहीं लौटे तो परिजनों ने तलाश शुरू की। काफी तलाश के बाद ट्यूजडे की भोर में वे घर के पास स्थित नाले में पड़े हुए मिले।
अस्पताल में मृत घोषित
आनन-फानन में पड़ोसियों की मदद से परिजनों ने उन्हें बाहर निकाला। इसके बाद उन्हें तत्काल उपचार के लिए कांशीराम ट्रामा सेंटर ले गए। जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। थाना प्रभारी अशोक कुमार दुबे ने बताया कि मृतक नशे का लती था। आशंका है कि वह नशे की हालत में नाले के पास पेशाब करने गया था। इस दौरान नाले में गिरने से उसकी मौत हुई है। फिलहाल पीडि़त परिवार की ओर से तहरीर नहीं मिली है। मिलने पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
दो दिन पहले ही इटावा से बारात में शहर आए एक युवक की गड्ढे में गिरने की वजह से मौत हो गई थी। वहीं एक सप्ताह पहले बर्रा में खुले नाले में अनियंत्रित होकर स्कूटी गिर गई थी। स्कूटी सवार को लोगों ने बचा लिया था। सितंबर में खुले नाले में गाय गिर गई थी। 15 दिन पहले घाटमपुर में भी गाय की नाले में गिरने से मौत हो गई थी।
बारिश में सिल्ट निकालने को खोदे गए थे गड्ढ़े
स्थानीय लोगों ने बताया कि बारिश के पहले नाले जाम न हों, इसलिए सिल्ट निकालने के लिए नालों की स्लैब तोड़ी गई थी। सिल्ट तो निकाली गई लेकिन तोड़ी गई या हटाई गई स्लैब दोबारा न तो नालों पर रखी गई और न ही टूटी स्लैब दोबारा बनाई गई, जिसकी वजह से घटनास्थल ही नहीं पूरे शहर में कई जगह स्लैब टूटी पड़ी हैैं। जिसमें आए दिन रात में निकलने के दौरान बाइकें गिर जाती है, बाइक सवार चुटहिल भी होते हैैं। शहर के पॉश इलाकों में भी गड्ढे खुले हुए हैैं।
शहर में कई जगह मेनहोल के लिए बनाए गए गड्ढे भी हादसे की वजह बन रहे हैैं। आए दिन बीच सडक़ पर बने इन गड्ढों में लोग गिरकर घायल होते हैैं। चावला मार्केट से गोविंद नगर रोड पर, कल्याणपुर से इंदिरा नगर रोड पर, काकादेव कोचिंग मंडी, साउथ सिटी के बर्रा, नौबस्ता के आवास विकास समेत शहर के तमाम इलाकों में इस तरह के मौत के गड्ढे खुले मिल जाएंगे, जिनसे अक्सर हादसे होते हैैं। इसके बाद भी संबंधित अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती है।