कोविड-19 आईसीयू में अब डायलिसिस की फैसिलिटी
- एलएलआर हॉस्पिटल के न्यूरो साइंस सेंटर में बने कोविड-19 आईसीयू में जांचों के साथ डायलिसिस की भी होगी फैसेलिटी
KANPUR: : कोविड-19 वायरस से युद्ध के लिए एलएलआर हॉस्पिटल के न्यूरो साइंस सेंटर में बनाए गए कोविड-19 आईसीयू में सस्पेक्टेड और क्रिटिकल कोरोना पेशेंट्स के ट्रीटमेंट के लिए कई नई सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। 20 बेड के इस आईसीयू में बेड साइड डिजिटल एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, एबीजी जांच समेत हीमो डायलिसिस की सुविधाएं मिलेगी। पेशेंट्स की बेहतर तरीके सेएलएलआर हॉस्पिटल के एसआईसी डॉ.आरके मौर्या ने बताया कि एलएलआर हॉस्पिटल में कोरोना वायरस के ट्रीटमेंट के लिए सबसे एडवांस लेवल-3 की फैसेलिटीज मुहैया कराई जानी है। अभी हमने आईसीयू में पैथोलॉजी जांचों के लिए सैंपल कलेक्शन की फैसिलिटी शुरू की है। इसके अलावा पोर्टेबल डिजिटल एक्सरे मशीन, एबीजी मशीन भी लगाई है। कोरोना वायरस का प्रभाव उन लोगों पर ज्यादा पड़ता है जो कि पहले से ही डायबिटीज या किसी दूसरी क्रोनिक डिसीज के शिकार होते हैं। ऐसे में यहां एक हीमोडायलिसिस मशीन लगाने की भी तैयारी है। इसके लिए आरओ प्लांट लगाने का काम शुरू कराया है। जिससे सीरियस पेशेंट्स की ज्यादा बेहतर तरीके से क्रिटिकल केयर की जा सके।
(बाक्स बनाएं) एलएलआर हॉस्पिटल रेफर करने से पहले देनी होगी इंफार्मेशनशहर के सबसे बड़े रेफरल सेंटर का दर्जा रखने वाले जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के एलएलआर हॉस्पिटल में अब पेशेंट रेफर करने से पहले फोन पर सूचना देनी होगी। कोरोना वायरस के संदिग्ध पेशेंट हो या फिर दूसरी किसी बीमारी से पीडि़त सीरियस मरीज इन्हें हैलट इमरजेंसी रेफर करने से पहले अस्पताल की कोरोना हेल्प लाइन या इमरजेंसी मेडिकल अफसर से को फोन करके जानकारी देनी होगी। जिससे कोई संक्रमित मरीज सीधे इमरजेंसी न जा सके। इस बाबत एलएलआर हॉस्पिटल की ओर से सीएमओ के माध्यम से सभी दूसरे सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटलों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है।
एडवाइजरी जारी की गईएलएलआर हॉस्पिटल के एसआईसी डॉ.आरके मौर्या ने बताया कि कोरोना वायरस के सबसे गंभीर पेशेंट्स का यहां ट्रीटमेंट किया जा रहा है। ऐसे तो में कोई भी संक्रमित पेशेंट या सस्पेक्टेड पेशेंट सीधे इमरजेंसी या फिर फ्लू ओपीडी न जाए इसके लिए सभी दूसरे सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों के लिए यह एडवाइजरी जारी की है। हमारे यहां कोविड-19 और नार्मल इमरजेंसी में 24 घंटे काम हो रहा है। पेशेंट ठीक से मैनेज हो इसके लिए उसे यहां भेजने से पहले प्राइवेट अस्पताल वाले यहां ईएमओ को पेशेंट की हिस्ट्री के बाबत जानकारी दे दें। जिससे उन्हें इमरजेंसी में उनका ट्रीटमेंट तुरंत शुरू किया जा सके।