यूपी 112 के पीआरवी जवानों के नाम से भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए चस्पा किए गए पर्चों का राज अब तक नहीं खुला है. मामले के मुख्य जांचकर्ता डीसीपी मुख्यालय के अवकाश पर जाने की वजह से पुलिस आयुक्त ने जांच डीसीपी क्राइम को दे दी है. मामले में जांच निष्पक्ष हो और पुलिसकर्मी निडर होकर बयान दर्ज करा सकें इसलिए डायल-112 के प्रभारी इंस्पेक्टर मधुर मिश्रा और विवादित दारोगा हंसाराम को लाइन हाजिर कर दिया है.


कानपुर (ब्यूरो) पिछले दिनों पीआरवी के जवानों की ओर से लिखा गया एक पर्चा वायरल हुआ था। जिसमें कहा गया था कि डेढ़ साल से वह लोग उगाही का शिकार हो रहे हैं। पत्र में यूपी 112 के वर्तमान प्रभारी राहुल मिठास, पूर्व प्रभारी और वर्तमान में एडिशनल डीसीपी अभिसूचना बसंत लाल, यूपी 112 में तैनात दारोगा हंसराम, रपट मुंशी ओम प्रकाश, दारोगा ओम प्रकाश मिश्रा पर आरोप लगाए गए थे। पुलिस आयुक्त बीपी जोगदण्ड ने जांच डीसीपी मुख्यालय रवीना त्यागी को दी थी। हालंाकि अब तक की जांच में भ्रष्टाचार की बात सामने नहीं आई।

Posted By: Inextlive