डीएफसी ट्रैक पर सैटरडे की सुबह लगभग साढ़े ग्यारह बजे बड़ा रेल डिरेलमेंट हो गया. जिसमें कोयले से लदी रैक के 13 कोच ट्रैक से उतर गए. हादसा इतना बड़ा था कि कोच ट्रैक से पलट कर ओएचई के कई खंभे भी तोड़ दिए. घटना की वजह से सैटरडे देर रात तक डीएफसी ट्रैक बाधित रहा. लिहाजा जूही यार्ड में कई लोडेड गुड्स ट्रेन घंटों खड़ी रही.


कानपुर (ब्यूरो) जनवरी 2022 से लेकर अभी तक डीएफसी ट्रैक पर इटावा व खुर्जा के बीच तीन बड़े हादसे हो चुके हैं। तीनों हादसे 20 किमी के अंतराल में ही हुए है। सैटरडे को हुआ हादसा भी न्यू एकदिल-इटावा के बीच में हुआ है। घटना की सूचना पर प्रयागराज डिवीजन समेत डीएफसी के आलाधिकारी मौके पर पहुंचेे। ट्रैक को दुरुस्त करने व डिरेल हुए कोचों को ट्रैक से किनारे करने के लिए कानपुर से एक्सीडेंट रिलीफ क्रेन को भी भेजा गया था। ट्रैक को दुरुस्त कर दोबारा संचालित करने के लिए देर रात तक मेंटीनेंस टीम लगी थी।

Posted By: Inextlive