कोरोना महामारी के बाद से आईआईटी के विशेषज्ञों ने मेडिकल टेक्नोलाजी के क्षेत्र में जो इनोवेशन व उत्पाद विकसित करने शुरू किए हैं उनका डंका विदेश में भी बज रहा है. वर्तमान में स्वासा मास्क वेंटिलेटर समेत कई उत्पादों की यूरोप अमेरिका आदि देशों में काफी मांग है. हर माह लाखों का माल विदेश जा रहा है. इससे संस्थान के खाते में एक और उपलब्धि जुड़ गई है.


कानपुर (ब्यूरो) आईआईटी के स्टार्टअप इन्क्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर के प्रभारी प्रो। अंकुश शर्मा ने बताया कि कोरोना महामारी के बाद से संस्थान की स्टार्टअप संख्या में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है। इस दौरान खेतीबाड़ी के साथ ही मेडिकल टेक्नोलाजी, साइबर सुरक्षा, फाइनेंस टेक्नोलाजी, एयरोस्पेस इंजीनियङ्क्षरग से जुड़े प्रोडक्ट्स व इनोवेशन ने हर किसी को प्रभावित किया है। ई-स्पिन नैनोटेक के प्रोडक्ट्स संस्थान के स्टार्टअप ई-स्पिन नैनोटेक ने स्वासा मास्क, वेंटिलेटर, आक्सीजन कंसंट्रेटर, एयर प्यूरीफाइयर और नैनो फाइबर स्पिङ्क्षनग मशीनें तैयार की हैं। इसी तरह स्टार्टअप नोकार्क ने वेंटिलेटर व अन्य स्वास्थ्य सुरक्षा उपकरण विकसित किए हैं। इन सभी की विदेश में काफी डिमांड है। ई-स्पिन नैनोटेक के संस्थापक डा। संदीप पाटिल ने बताया कि उनके उत्पाद अमेरिका, रूस, यूरोप, मिस्त्र आदि देशों में भेजे जा रहे हैं।

ये प्रोडक्ट हुए तैयार
प्रो। अंकुश शर्मा ने बताया कि पिछले वर्ष संस्थान के विशेषज्ञों ने दांतों के कैंसर का पता लगाने के लिए सेंसर आधारित डिवाइस तैयार की। हड्डियों के जोड़ों के लिए विशेष मिश्रण विकसित किया था। पानी की शुद्धता जांचने वाला उपकरण भी काफी लोकप्रिय है। इस साल पहला स्वदेशी आर्टिफिशियल हार्ट विकसित किया गया है। जिस पर जल्द मोहर लगेगी।

Posted By: Inextlive