रिंग के नीचे मैरेज रिंग - ओलंपिक मसाला
31 वर्षीय ब्रैम लोबीक और 30 वर्षीया हेटी पेनेन ने ओलंपिक पार्क में ही सगाई कर ली। ब्रैम ने कहा वो अपनी नौ साल की गर्लफ़्रेंड को शादी के लिए प्रोपोज़ करने के लिए किसी ख़ास जगह को खोज रहे थे।
ऐसे में जैसे ही उन्हें ओलंपिक के पाँच रिंग दिखे उन्होंने तय कर लिया कि वे यहीं अपनी महबूबा को रिंग पहनाएँगे। मगर काम आसान नहीं था। वहाँ रिंग के सामने फ़ोटो खिंचवाने के लिए लंबी लाइन लगी थी। पर अंततः वो आगे पहुँचे और जब वहाँ ब्रैम ने शादी के लिए हेटी को प्रोपोज़ किया तो उन्होंने हाँ करने में देर नहीं की। शायद यही बेहतर था। क्योंकि उनके बाद भी ओलंपिक रिंग तक पहुँचने के लिए लंबी लाईन लगी थी.वे अक्सर मुक़ाबलों में दिख जाते हैं। जैसे साइक्लिंग मुक़ाबले में वे ब्रिटेन के स्टार फ़ुटबॉलर डेविड बेकम और उनके बच्चों के साथ बैठे थे। उसके दो दिन पहले वे भारतीय बॉक्सर एम सी मैरी कॉम और ब्रिटेन की बॉक्सर निकोला एडम्स का सेमीफ़ाइनल मैच देखने पहुँचे हुए थे।
अब उन्होंने अपने ट्विटर एकाउंट पर अपनी एक तस्वीर जारी की है जिसमें वे 10 डाउनिंग स्ट्रीट में ब्रिटेन का ट्रैक सूट पहन, टीवी के सामने बैठ महिलाओं का बॉक्सिंग फ़ाइनल देख रहे हैं। और लोगों ने इस ट्वीट के नीचे कई मज़ेदार टिप्पणियाँ की हैं. कुछ ने लिखा है - कैमरन काफ़ी नज़दीक से टीवी देख रहे हैं, जिससे उनकी आँखें ख़राब हो सकती हैं!
पीठ पर ओलंपिककई लोग ओलंपिक के लिए अपनी दीवानगी दिखाने के वास्ते तरह-तरह के काम कर रहे हैं। ऐसे ही एक सज्जन हैं एसेक्स निवासी पीट डेविस जिन्होंने अपनी पीठ पर खेलों का गोदना गुदवा लिया।वो बोले – जिस दिन ओलंपिक का उद्घाटन था, उसी दिन मेरा 50वाँ जन्मदिन था, तो मैंने सोचा ये टैटू इन दोनों यादगार मौकों की एक अच्छी स्मृति होगा।वैसे शुक्र है कि उनके साथ वो नहीं हुआ जो ओलंपिक मशाल लेकर दौड़ी जेरी पैटरसन के साथ हुआ था। जेरी ने भी गोदना गुदवाया। बाद में पता चला – ओलंपिक की स्पेलिंग ग़लत लिखा गई है।अधूरी यादगारब्रिटेन में डाक विभाग – रॉयल मेल - ओलंपिक को एक अनूठे अंदाज़ में मना रहा है। वो सोना जीतनेवाले हर ब्रिटिश खिलाड़ी के शहर में एक पोस्टबॉक्स का रंग लाल से बदलकर सुनहरा कर दे रहा है। यानी लाल लेटरबॉक्स को गोल्डेन कर दिया जा रहा है। जीत के एक दिन के भीतर।ताइक्वांडो चैंपियन जेड जोन्स के वेल्स के शहर फ़्लिंट में भी यही तैयारी थी। मगर योजना गड़बड़ा गई। पोस्ट बॉक्स आधा ही रंगा जा सका। उसका कारण भी था, जिस पोस्ट बॉक्स को रंगा जाना था वो डबल साइज़ का था, और रंगने आए पेंटर का पेंट आधे में ही ख़त्म हो गया।