न पैरों की थिरकन 'लॉक', न हौसले हुए 'डाउन'
-सिटी में दर्जनों डांस एकेडमी, लॉकडाउन में सभी पर लगा ताला तो ऑनलाइन शुरू हुई डांस क्लासेज
-स्पेशल डे पर लाइव डांस सेलिब्रेशन का होगा आयोजन, बच्चे घर पर रहकर एक साथ करेंगे सेलिब्रेट KANPUR: कानपुर में ऐसे कलाकारों की कोई कमी नहीं है जिन्होंने अपने हुनर से न सिर्फ देश में बल्कि पूरी दुनिया में शहर का नाम चमकाया है। अपने पैरों की थिरकन से लोगों को मंत्रमुग्ध कर देने वाले कई डांस एक्सपर्ट के पैर लॉकडाउन में भी नहीं रुके हैं। शहर के कई डांस गुरु खुद तो प्रैक्टिस कर ही रहे हैं, ऑनलाइन क्लासेस के जरिए अपने स्टूडेंट्स को भी डांस की बारीकियां सिखा रहे हैं। आज वर्ल्ड डांस डे के मौके पर हम ऐसे ही डांस दीवानों से आपको मिलवाते हैं, जो लैपटॉप ऑन कर डांस का ज्ञान अपने बच्चों को देने में दिन-रात एक कर तपस्या कर रहे हैं।हौसले से करते हैं डांस
25 साल के अशोक कुमार दोनों पैरों से दिव्यांग हैं। लेकिन इनके हौसले इस कदर चढ़कर बोले कि कानपुर ही नहीं बल्कि मुंबई के कोरियाग्राफर्स को अपना दीवाना बना लिया। अशोक बताते हैं कि पैर साथ नहीं देते तो क्या हुआ हौसलों से डांस करता हूं। लॉकडाउन से एक महीने पहले ही डांस एकेडमी खोली, लेकिन बंद करनी पड़ी। डांस के बड़े रियल्टी शो इंडियाज गॉट टैलेंट, डांस दीवाने जैसे बड़े स्टेज पर परफॉर्म कर चुके हैं।
----- वर्चुअल दुनिया से कत्थक ट्रेडिशनल डांस की मशहूर आर्टिस्ट वंदना देबरॉय इन दिनों अपने स्टूडेंट्स को ऑनलाइन क्लासेस दे रही हैं। बिरजू महाराज की स्टूडेंट रही वंदना कहती हैं कि जैसे पढ़ने के लिए कोर्सेस होते हैं, वैसे ही इसमें भी कोर्सेस होते हैं। प्रॉपर सिलेबस होता है, जो लॉकडाउन में लगातार पिछड़ रहा था। ऐसे में ऑनलाइन क्लास का आइडिया आया और शुरू किया। लॉकडाउन में शहर रुका तो क्या हुआ रिदम नहीं रुकना चाहिए। इससे बच्चे भी बेहद खुश हैं और वो डिप्रेशन का शिकार भी नहीं हैं। लॉकडाउन में स्टूडेंट्स को ठुमरी, तराना, संयोग श्रृंगार की एक्स्ट्रा क्लास भी ले रही हूं। ऑनलाइन सेलिब्रेट करेंगेशहर में कत्थक को नया जीवन देने वाले विपिन निगम लॉकडाउन में स्टूडेंट्स की स्पेशल डांस क्लास ले रहे हैं। जूम, व्हॉट्सएप सहित अन्य सोशल प्लेटफॉर्म पर बच्चों को डांस की विधा में पारंगत कर रहे हैं। विपिन बताते हैं कि लॉकडाउन में टीचिंग का ये सबसे अच्छा प्लेटफॉर्म भी है। इस बार वर्ल्ड डांस डे के लिए ऑनलाइन सेलिब्रेशन की तैयारी की है। स्टूडेंट को 10 मिनट को डांस परफॉर्मेंस तैयार कराई है। एक साथ सभी एक गीत पर ऑनलाइन डांस कर इसे सेलिब्रेट करेंगे। विपिन कहते हैं कि उन्होंने 3 साल की उम्र में ही भरतनाट्यम में विशारद और कत्थक की शिक्षा ले ली थी।
----------------- डांस से कर रही हैं जागरूक डांस से भी बड़े-बड़े मैसेज दिए जा सकते हैं। कुछ ऐसा ही मैसेज देने के लिए बच्चों की डांस टीम तैयार है। कोरियोग्राफर सौम्या गुप्ता ने बताती हैं कि मुस्कुराएगा इंडिया और सारे जहां से अच्छा सॉन्ग पर कोरोना वारियर्स को वर्ल्ड डांस डे के मौके पर हौसला बढ़ाएंगे। लॉकडाउन में सभी बेहतरीन काम कर रहे हैं। इसके अलावा स्टूडेंट्स को इन दिनों ऑनलाइन क्लासेस भी दी जा रही हैं। सौम्या 2004 से डांसिंग कर रही हैं और कुंभ के अलावा कई बड़े स्टेज पर डांस परफॉर्मेस दे चुकी हैं।