हाल-ए-रोडवेज: डेली मिल रहे कोविड पॉजिटिव पर नहीं मान रहे आदेश
- रोडवेज एमडी ने बसों में एंट्री से पहले पैसेंजर्स का हाथ सैनेटाइज करने का दिया है आदेश
- बस अड्डे में डेली आधा दर्जन कोविड पॉजिटिव केस मिलने पर भी नहीं दिया जा रहा सैनेटाइजर KANPUR। रोडवेज एमडी का आदेश भी रोडवेज के ऑफिसर्स और कर्मचारी नहीं मान रहे हैं। एमडी ने आदेश दिया था कि बसों में एंट्री से पहले सभी पैसेंजर्स के हाथ सैनेटाइज किए जाएं। लेकिन आदेश महज कागजी बनकर रह गए हैं। कुछ डिपो में तो कंडक्टर्स को सैनेटाइजर हीं नहीं दिया जा रहा है। जिन डिपो को सैनेटाइजन एवलेबल कराया जा रहा है वहां निगरानी तंत्र कमजोर होने से पैसेंजर्स के बस में बैठने से पहले उनका हाथ सैनेटाइज नहीं किया जा रहा है। यह लापरवाही तब है जब झकरकटी बस अड्डे में डेली आधा दर्जन से अधिक कोविड पॉजिटिव केस मिल रहे हैं। खूफिया कैमरे के सामने खोली पोलरोडवेज एमडी धीरज साहू ने कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए बसों में 50 परसेंट पैसेंजर्स बैठाने के साथ ही बस में जर्नी करने वाले पैसेंजर्स का हैंड सैनेटाइज कराने के लिए सभी डिपो के एआरएम को कंडक्टर को डेली आधा लीटर सेनेटाइजर मुहैया कराने का आदेश दिया था। उनके आदेशों की हकीकत जांचने के लिए मंडे को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने झकरकटी बस अड्डे में जांच पड़ताल की तो हकीकत चौकाने वाला था। एमडी के आदेशों के बाद भी डिपो में बस के कंडक्टर्स को सैनेटाइजर नहीं दिया जा रहा है। इस बात का खुलासा विकास नगर डिपो के एक कंडक्टर ने खूफिया कैमरे के सामने किया।
आधे से ज्यादा वेस्ट हो जाता है कन्नौज डिपो के एक कंडक्टर ने बताया कि उनके डिपो में डेली आधा लीटर सेनेटाइजर कंडक्टर को पैसेंजर्स का हैंड सेनेटाइज कराने के लिया दिया जा रहा है। जो कि पानी की बोतल में दिया जाता है। स्प्रे बोतल न होने की वजह से बसों में बैठने वाले पैसेंजर्स का हाथ सेनेटाइज कराने में आधे से ज्यादा सेनेटाइजर वेस्ट हो जाता है। इससे एक तरफ का तो काम चल जाता है लेकिन वापसी में पैसेंजर का हैंड सेनेटाइज करने के लिए सेनेटाइजर बोतल में बचता ही नहीं हैं। एमडी ने दिए थे यह आदेश - बिना मास्क के बस अड्डे में एंट्री न हो - बिना मास्क के बसों में जर्नी नहीं करने दें - बस में सीटों की संख्या की आधी क्षमता पर पैसेंजर्स बैठाए जाएं- बस में एंट्री से पहले पैसेंजर्स का हैंड सैनेटाइज कराना आवश्यक
- बसों को रूट से आने के बाद धुलाई करने के साथ सैनेटाइज करना आंकड़े 1 हजार से अधिक बसों का डेली आवागमन नार्मल दिनों मे 40 हजार से अधिक पैसेंजर्स का डेली आवागमन वर्तमान में अनलॉक के दिन 30 से अधिक एसी बसों का डेली संचालन होता है 500 मिली सेनेटाइज हर चक्कर में कंडक्टर को दिए जाने का आदेश 50 परसेंट पैसेंजर्स को ही बस में बैठाने का आदेश, सीट की संख्या के मुताबिक कब कितने पॉजिटिव केस मिले डेट जांच पॉजिटिव केस 27 अप्रैल 100 8 28 अप्रैल 100 6 29 अप्रैल 100 7 30 अप्रैल 100 81 मई 100 5
2 मई 100 6 3 मई 100 5 - बस में एंट्री करने के दौरान तो कंडक्टर ने हैंड सैनेटाइज नहीं कराया लेकिन हम लोग खुद सैनेटाइजर लेकर चल रहे हैं। बैठने के पहले सीट भी सैनेटाइज कर लिया था दीपक गुप्ता, अंधेरी मुम्बई - बस में किसी भी पैसेंजर्स का हैंड सैनेटाइज नहीं कराया गया है। पैसेंजर्स खुद ही सैनेटाइजर लेकर चल रहे हैं। यहां तो कई लोग मास्क भी नहीं लगाए है। इनको कोई नहीं रोकने वाला है। पूनम गुप्ता, बरौहा फतेहपुर - बस में पैसेंजर्स का हैंड सेनेटाइज कराना तो दूर कई बसों में तो 50 परसेंट से अधिक पैसेंजर्स की भीड़ देखने को यहां पर मिली है। ऐसे में कोरोना की जंग हम कैसे जीतेंगे। शम्भू यादव, गाजीपुर