anpur@inext.co.in kanpur : अगर कोई आपको एनी डेस्क एप डाउनलोड कर यूनिक आईडी मांगे तो सावधान हो जाइए. ये कोई हेल्प लाइन का ऑफिस नहीं बल्कि ठगों का ऑफिस है. यूनिक आईडी बताने के बाद आपके मोबाइल का सारा डाटा ठगों तक पहुंच जाएगा. इसक

- ट्रैफिक सिपाही के साथ हुई वारदात, मदद के नाम पर फंसा लिया जाल में

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KANPUR : अगर कोई आपको एनी डेस्क एप डाउनलोड कर यूनिक आईडी मांगे तो सावधान हो जाइए। ये कोई हेल्प लाइन का ऑफिस नहीं बल्कि ठगों का ऑफिस है। यूनिक आईडी बताने के बाद आपके मोबाइल का सारा डाटा ठगों तक पहुंच जाएगा। इसके बाद ठग सारी रकम पार कर देंगे। ट्रैफिक पुलिस में तैनात एक सिपाही इस जाल में फंस गया और ठगों ने सवा लाख रुपये अपने खाते में डलवा लिए। साइबर थाने में सिपाही ने केस दर्ज कराया है। साइबर थाने में इस साल की ये पहली एफअाईआर है।

इस तरह से हुई पूरी ठगी

ट्रैफिक सिपाही मुकेश कुमार के मुताबिक चार जनवरी को उन्हें 50 हजार रुपये परिचित को भेजने थे। लेकिन फोन पे से उन्होंने रकम किसी दूसरे को भेज दी। जिसके बाद उन्होंने गूगल से फोन पे का कस्टमर केयर नंबर सर्च करके बात की। बात करने वाले ने मदद के लिए मुकेश से एनी डेस्क एप डाउनलोड कराया। इसके बाद मुकेश ने यूनिक आईडी भी साझा कर दी। इसके बाद कई बार में उनके खाते से रकम उड़ गई। सीओ गीतांजलि सिंह ने बताया कि जिन खातों में पैसा ट्रांसफर किया गया है उसका ब्योरा निकाला जा रहा है।

Posted By: Inextlive