सीएसजेएमयू के स्टूडेंट्स सात नए फॉरेन यूनिवर्सिटीज से करेंगे रिसर्च
कानपुर(ब्यूरो)। छत्रपति शाहूजी महाराज यूनिवर्सिटी (सीएसजेएमयू) के स्टूडेंट अब फॉरेन के इंस्टीट्यूट्स संग मिलकर काम करेंगे। साल 2023 में सीएसजेएमयू का चार देशों की छह फॉरेन यूनिवर्सिटी संग एमओयू हो गया है। इन एमओयू को करने का मकसद स्टूडेंट्स का ग्लोबल लेबल पर डेवलपमेंट और रिसर्च वर्क को बढ़ाना है। एमओयू के बाद कुछ यूनिवर्सिटीज के साथ में एकेडमिक और रिसर्च वर्क को स्टार्ट भी कर दिया गया है। फिलहाल तो एकेडमिक और रिसर्च के कामों को ऑनलाइन प्रोसेस से किया जा रहा है। लेकिन आने वाले समय में प्लानिंग और एमओयू की कंडीशन के अनुसार स्टूड़ेंट्स और फैकल्टी को फिजिकली फॉरेन जाने का मौका भी मिलेगा।
एमओयू के तहत होंगे यह यह काम
एमओयू को करने के पीछे एकेडमिक और रिसर्च के कामों को बढ़ावा देना है। एमओयू में तय हुआ है कि सीएसजेएमयू के स्टूडेंट्स, स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत दूसरे देशों की यूनिवर्सिटी में जाकर पढ़ाई करेंगे। स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम का बेनीफिट केवल एकेडमिक स्टूडेंट्स को ही नहीं बल्कि रिसर्च स्कॉलर्स को भी मिलेगा। एमओयू में तय हुआ है कि दोनों यूनिवर्सिटी के रिसर्च स्कॉलर और स्टूडेंट्स आपसी सहयोग से रिसर्च करेंगे। एक दूसरे की लैब और इंफ्रास्ट्रक्चर का यूज करेंगे। इतना ही नहीं कंटेंट और रिसर्च वर्क का भी आदान प्रदान होगा। इसके अलावा स्टडी इन एब्रॉड समेत कई प्रोग्राम्स को यूनिवर्सिटी मेें लांच किए जाने की संभावना है। इसके अलावा विदेशी प्रोफेसर्स के लाइव लेक्चर भी कराए जाएंगे।
इन देशों संग हुआ एमओयू
देश यूनिवर्सिटी
रूस पेन्जा स्टेट यूनिवर्सिटी
रूस पेट्रोजावोडस्क स्टेट यूनिवर्सिटी
प्यूर्टो रिको प्यूर्टो रिको की इंटर अमेरिकन यूनिवर्सिटी
प्यूर्टो रिको स्पैकलैब प्यूर्टो रिको यूनिवर्सिटी
नेपाल एग्रीकल्चर एंड फॉरेस्ट्री यूनिवर्सिटी
नेपाल नेपाल संस्कृत यूनिवर्सिटी
मलेशिया आईएनटीआई इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी
चार देशों की यूनिवर्सिटी संग हमने एमओयू किया है। जिनसे भी एमओयू हुआ है वह किसी न किसी एरिया में एक्सपर्ट यूनिवर्सिटी हैैं। ऐसे में स्टूडेंट और फैकल्टी की ट्रेनिंग, स्टडी और रिसर्च आदि कामों को किया जाएगा।
- प्रो। विनय कुमार पाठक, वीसी सीएसजेएमयू