डिजिटल दुनिया के दौर साइबर चैलेंज भी बढ़ते जा रहे हैं. देश को बड़ी तादाद में साइबर एक्सपट्र्स की जरूरत है. ऐसे में सीएसजेएम यूनिवर्सिटी और आईआईटी कानपुर का सी-3 आई मिलकर साइबर एक्सपर्ट तैयार करेगा. फ्राईडे को यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर एकेडमिक्स में आईआईटी के सी3आई हब और सीएसजेएमयू के बीच इसे लेकर एमओयू हुआ. सीएसजेएमयू कैंपस और एफिलिएटिड कॉलेजों के स्टूडेंट्स को सी3आई हब की ओर से साइबर सिक्योरिटी स्किल प्रोग्राम कराया जाएगा.

कानपुर (ब्यूरो) सीएसजेएम यूनिवर्सिटी के वीसी प्रोफेसर विनय कुमार पाठक, सी 3आई हब आईआईटी की सीओओ डॉ। तनिमा हाजरा और प्रोग्राम डायरेक्टर प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने एमओयू पर साइन किए। इस कोर्स को करने वाले स्टूडेंट को आईआईटी कानपुर की ओर से सर्टिफिकेट दिया जाएगा। कोर्स पूरी तरह से ऑनलाइन है, क्लासेस भी ऑनलाइन ही लगेंगी।

हर हफ्ते 6 घंटे पढ़ाई
वीसी प्रोफेसर विनय पाठक ने बताया कि आने वाले दिनों में साइबर सिक्योरिटी के एरिया में 10 लाख से ज्यादा जॉब्स क्रिएट होंगी। वहीं देश में साइबर फोर्स बनाने की जरूरत भी पड़ेगी। ऐसे में यह कोर्स स्टूडेंट्स के फ्यूचर के लिए काफी यूजफुल होगा। प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने कहा कि साइबर सिक्योरिटी की आवश्यकता वल्र्ड में हर जगह है। साइबर फ्रॉड के अलावा कंपनियों के सामने डाटा सुरक्षित रखना भी एक चैलेंज है।

प्रो। मणींद्र ने बताया कि कोर्स में साइबर प्रॉब्लम्स और उसके सॉल्यूशन बताया जाएंगे। 8 हफ्ते के कोर्स में हर हफ्ते 6 घंटे पढ़ाई होनी है। कोर्स में 12वीं पास को एडमिशन दिया रहा जा रहा है इसके लिए बेसिक कंप्यूटर नॉलेज होना आवश्यक है। कोर्स में 50 लेक्चर होंगे, जो कि हिंदी एवं अंग्रेजी दोनों भाषाओं में होंगे। इस मौके पर प्रोवीसी प्रो सुधीर कुमार अवस्थी, सीडीसी डायरेक्टर प्रो आरके द्विवेदी, रजिस्ट्रार डॉ अनिल कुमार यादव समेत एफिलिएटेड कॉलेजों के प्रिंसिपल मौजूद रहे।
ऐसे मिलेगा एडमिशन
इस कोर्स में एडमिशन के लिए स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इनरोलमेंट की लास्ट डेट 10 मई है। क्लासेस 15 मई से स्टार्ट होंगी।

फीस में 50 परसेंट छूट
इस कोर्स में एससी कैटेगरी के स्टूडेंट से कोई भी फीस नहीं ली जाएगी। वही गल्र्स स्टूडेंट्स के लिए फीस में 50 परसेंट छूट की व्यवस्था है। ऐसे में गल्र्स स्टूडेंट को 1000 और अन्य स्टूडेंट्स को 2000 रुपए फीस देनी होगी।

इन 5 माड्यूल्स पर आधारित
नेटवर्क सिक्योरिटी, सिक्योरिटी थ्रेट्स एंड ट्रेंड्स, क्रिप्टोग्राफी, एप्लीकेशन सिक्योरिटी और ओएस सिक्योरिटी।

Posted By: Inextlive