कोविड के नाम पर करोड़ों खर्च, अब नहीं दे पा रहे हिसाब
-कई वित्तीय गड़बडि़यां मिलने के आसार, सीएमओ ऑफिस से अब तक नहीं मिला खर्च का रिकॉर्ड
-शासन से आई टीम ने कलेक्ट्रेट में खर्च की डिटेल जुटानी शुरू की, 1.50 करोड़ की आउटस्टैंडिंग KANPUR: कोरोना काल में शासन द्वारा दिए गए बजट का खर्च कैसे और किस प्रकार किया गया है, इसकी जांच की जा रही है। शासन ने खर्च हुए बजट की जांच के लिए एक टीम भेजी है, जो गहनता से एक-एक खर्च की डिटेल बना रही है। करीब 8 करोड़ रुपए से अधिक का बजट शासन द्वारा भेजा गया है। इस बजट को पूरी तरह खर्च किया जा चुका है। बावजूद इसके 1 करोड़ 52 लाख रुपए का बिल प्रशासन द्वारा शासन को भेजा गया है। अभी तक बिल के अंगेस्ट बजट नहीं भेजा गया है। खर्च की डिटेल तक नहींप्रशासनिक सोर्सेज के मुताबिक सीएमओ ऑफिस में कोविड के लिए दैवीय आपदा बजट में कहां और किस मद में खर्च किया गया है। खर्च की डिटेल नहीं बनाई गई। इसके अलावा लाखों की खरीद के बिल तक नहीं है। इस पर जिला प्रशासन द्वारा भी जांच की जा रही है। ऑडिट टीम के अधिकारियों को भी अभी तक बिल नहीं मिल सके है। जबकि मेडिकल कॉलेज में हर खर्च की डिटेल टीम को सौंप दी गई है। ऑडिट टीम में अकाउंट ऑफिसर विनय कुमार श्रीवास्तव और अकाउंटेंट एचएन शुक्ला शामिल हैं। 20 फरवरी तक ऑडिट चलेगा।
------------ तहसीलों को दिया गया कुल बजट तहसील बजट सदर 2.80 करोड़ घाटमपुर 45 लाख बिल्हौर 45 लाख नर्वल 45 लाख अन्य मदों में किया गया खर्च -11,000 कच्चे भोजन की किट वितरण -92 लाख रुपए भोजन किट के लिए पेमेंट -4303 लोगों को क्वारंटीन में भोजन दिया गया -54 लाख रुपए क्वारंटीन लोगों के भोजन पर खर्च -7 कम्यूनिटी किचन में 74 लाख का खर्च आया -2.40 करोड़ रुपए मेडिकल इक्यूपमेंट में खर्च हुए -43,045 लोगों को राशन किट वितरण -4.30 करोड़ रुपए राशन किट वितरण में आया खर्च