महिला पुलिस की कमी से बढ़ रहा अपराध का ग्राफ
कानपुर (ब्यूरो) शहर के हर थाने में महिला पुलिस कर्मियों की विशेष कमी है। जिसकी वजह से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालात ये हैैं कि रात के समय कोई घटना होने पर अगर महिला पुलिस कर्मी की जरूरत पड़ती है तो महिला पुलिस कर्मी को उसके घर से फोन करके बुलाना पड़ता है। महिला पुलिस कर्मियों की कमी की वजह से हर जोन के तमाम थानों में महिला क्राइम के मामलों में पेंडेंसी बढ़ती जा रही है। जिसकी वजह से जिले और आउटर में पेंडिंग केसेस की संख्या बढ़ती जा रही है।
महिला होमगार्डों से ले रहे मदद
पुलिस कर्मियों की कमी की वजह से महिला होमगार्डों की मदद ली जा रही है। ट्रैफिक ड्यूटी और महिला बंदियों को ले जाने के अलावा महिला होमगार्डों की ड्यूटी थाना और चौकियों में लगाई जा रही है। थाने के पहरा ड्यूटी पर होमगार्ड की तैनाती की जा रही है। थाने के तमाम कामों में भी महिला होमगार्ड मददगार साबित हो रही हैैं। अगर ये कहा जाए कि महिला पुलिस कर्मियों की कमी को थाने में महिला होमगार्ड पूरा कर रही हैं, तो ये अतिशयोक्ति नहीं होगी।
1 जनवरी 2022 से जून 2022 तक का महिला क्राइम
जोन क्राइम पेंडिंग
ईस्ट 83 34
वेस्ट 74 23
साउथ 46 29
शहर में महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती
जोन होने चाहिए कितने हैैं
ईस्ट 74 34
वेस्ट 92 39
साउथ 87 41
आउटर 109 43
इतने तरह के होते हैैं महिला अपराध
घरेलू हिंसा, घरेलू उत्पीडऩ, दहेज के लिए विवाहिता को परेशान करना, लगातार बेटी होने पर उत्पीडऩ करना, महिला के बिना मर्जी के गर्भपात कराना, ससुरालियों द्वारा गलत नजर से देखा जाना, मूलभूत जरूरतों को पूरा न करना। दफ्तर में सहकर्मियों द्वारा अश्लील कमेंट करना। गलत नियत से टच करना, घूरना, दोहरे मतलब वाले शब्द प्रयोग करना, बिना अनुमति के किसी महिला से बात करना, किसी महिला की बिना अनुमति के उसकी तस्वीर खींचना या वीडियो बनाना। सड़क पर छेड़छाड़ करना, अश्लील शब्द कहना, महिला का पीछा करना, महिलाओं के कपड़ों को छूना, अश्लील मैसेज भेजना, उनकी बिना मर्जी के उन्हेें नशे के लिए आमंत्रित करना, नशे के बाद गलत व्यवहार करना, किसी महिला के बिना मर्जी के उससे फिजिकल रिलेशन बनाना, अश्लील वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल करना।
- महिला हेल्प डेस्क
- ट्रैफिक कंट्रोल
- पीआरवी (फोर व्हीलर)
- महिला थाना
- पिंक चौकी
- वन स्टॉप केंद्र
- शहर के बड़े मंदिरों के पास
- महिला की मौत के बाद पोस्टमार्टम कराने के लिए
- महिला बंदियों को पेशी पर ले जाने के लिए जोन में महिला पुलिस कर्मियों की समीक्षा की गई है, जहां जहां पुलिस कर्मी कम हैैं। वहां महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती के लिए शासन को लिखा गया है।
भानू भास्कर, एडीजी जोन