बर्खास्त सिपाही चला रहा था टप्पेबाजी गैंग
-डीआईजी की क्राइम ब्रांच टीम ने किया गिरफ्तार, दो साथी भाग निकले
- खुद को क्राइम ब्रांच से बताकर करता था व्यापारियों की चेकिंग -पिछले हफ्ते ही दो कारोबारियों के साथ वारदात को दिया था अंजाम KANPUR : शहर में एक बर्खास्त सिपाही का गिरोह ही टप्पेबाजी, नकबजनी समेत अन्य संगीन वारदातों को अंजाम दे रहा था। वो गुर्गो समेत खुद को क्राइम ब्रांच का बताकर कारोबारियों की चेकिंग कर उनके रुपए पार कर देता था। इसका खुलासा उस वक्त हुआ जब डीआईजी की क्राइम ब्रांच टीम ने बर्खास्त सिपाही को दो साथियों समेत गिरफ्तार कर लिया। हालांकि उसके दो साथी पुलिस को गच्चा देकर भाग गए। पुलिस को उनके के कब्जे से टप्पेबाजी और चोरी की रकम, नकली सोने के सिक्के समेत अन्य सामान बरामद हुआ है। पुलिस ने तीनों को कोर्ट में पेश कराकर जेल भेज दिया है। साढे़ तीन लाख िकए थे पारझकरकटी बस अड्डे के पास 20 अप्रैल को एक शातिर ने गुर्गो के साथ मिलकर कारोबारी अरविन्द पोरवाल के साढ़े तीन लाख रुपए पार किए थे। उसने खुद को इंस्पेक्टर बताकर कारोबारी को चेकिंग के बहाने रोका था। इसके बाद उसने कारोबारी के बैग से रुपए पार कर दिए। कारोबारी ने थाने से लेकर डीआईजी ऑफिस में शिकायत की। डीआईजी की क्राइम ब्रांच टीम ने पड़ताल शुरू की तो उनको पता चला कि वारदात के समय बस अड्डे के आसपास बर्खास्त सिपाही टहल रहा था। टीम ने शक के आधार पर उस पर निगरानी शुरू की तो गिरोह की पोल खुल गई। गुरुवार की टीम ने थाने की पुलिस की मदद से बर्खास्त सिपाही और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि कन्नौज निवासी बर्खास्त सिपाही अरविन्द कुमार श्रीवास्तव, हरगोविन्द जोशी और ज्ञानेंद्र प्रताप को पकड़ा गया है, जबकि उसके साधी प्रेम सागर और पप्पू पंडित पुलिस को गच्चा देकर भाग गए।
--------------------- सोना देने का झांसा दे टप्पेबाजीपुलिस के हत्थे चढ़ा यह गिरोह आधे रेट में सोना दिलाने का झांसा देकर टप्पेबाजी करता है। 26 अप्रैल को इस गिरोह ने कारोबारी दीपक गोयल को यह कहकर फंसाया था कि वो उनको आधे रेट में सोना दिलवा देंगे। उसने कारोबारी का झांसा दिया कि उसको खुदाई में सोने के सिक्के मिले हैं। उसने कारोबारी का भरोसा जीतने के लिए सैम्पल के तौर पर असली सोना थमा दिया। कारोबारी ने विश्वास कर उनको चार लाख रुपए थमा दिए। इसके बाद बर्खास्त सिपाही और उसके गायब हो गए। उसकी शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज पड़ताल की तो बर्खास्त सिपाही और उसके साथ पुलिस के हत्थे चढ़ गए।