साढ़ थाना क्षेत्र के छांजा गांव के किनारे स्थित सरकारी नलकूप के पास ऊसर में बीती रात गौ तस्कर ने एक सैकड़ा गौवंशो को एक दूसरे के साथ बांध रखा था. पास खेतों में पानी लगाए लोगों ने देखा तो शोर मचाया. शोर सुनकर गौ तस्कर मौके पर भाग निकले. ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस जांच जुटी है. इसी जगह के पास बीते 29 अगस्त को चार गौवंशो के कंकाल मिले थे पुलिस पर हल चलवाकर साक्ष्य मिटाने के आरोप लगे थे.

कानपुर (ब्यूरो) साढ़ थाना क्षेत्र के छांजा गांव निवासी सरोज, मुनौवर, विमल, नदनलाल पूर्व प्रधान समेत ग्रामीणों ने बताया कि बीते तीन दिनों से देर शाम लगभग आधा दर्जन पुरुष और महिलाएं गोद में बच्चे लिए खुद को राजस्थानी बताकर अन्ना गौवंश को अपने झुंड में शामिल कर गांव के किनारे ऊसर में ले जाते थे। वहीं पर गौ तस्कर का यह गिरोह बीते दो दिनों से रुके हुए थे, पास खेत में पानी लगाए लोगों को शक हुआ तो उन्होंने शोर मचाया।

एक दूसरे से रस्सी के सहारे
गौतस्कर गौवंश छोड़कर भाग गए। ग्रामीणों ने देखा तो अन्ना गौवंश को एक रस्सी के सहारे एक दूसरे से बांध रखा था, वहीं दो गौवंश मृत पड़े हुए थे, ये लोग गांव गांव खुद को राजस्थानी बताकर अन्ना गौवंश को पकड़कर एक जगह पर इकठ्ठा करते हैं। जिसके बाद वह कंटेनर बुलावकर अन्ना गौवंशो को लादकर बहार भेज देते थे। ग्रामीणों ने पुलिस को घटना की सूचना दी मौके पर पहुंची पुलिस घटना की जांच में जुटी गई है।

तस्करों की नहीं मिली जानकारी
थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि गौवंशों को ग्राम प्रधान को सुपुर्द कर गौशाला भिजवाने के लिए कहा गया है। वहीं गौतस्करों की कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।

Posted By: Inextlive