फ़ोन हैकिंग विवाद अमरीका पहुंचा
डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद जेय रौकफ़ेलर ने एक बयान में कहा कि अधिकारियों को इस बात की जांच करनी चाहिए कि क्या न्यूज़ कार्पोरेशन के पत्रकारों ने अमरीकी क़ानून का उल्घंन किया है।
वाशिंगटन से बीबीसी संवाददाता स्टीव किंग्सटोन का कहना है कि जेय रोकफ़ेलर अमरीकी सेनेट की वाणिज्य समीति की अध्यक्षता करते हैं इसीलिए उनकी बातों का काफ़ी वज़न है।चेतावनीएक लिखित बयान में सांसद ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि हो सकता है न्यूज़ कॉरपोरेशन के पत्रकारों ने अमरीकियों को भी निशाना बनाया हो। शायद सितंबर 11 के हमलों के शिकार लोगों के फ़ोन भी हैक किए गए हों। हालांकि सांसद के पास अपने दावे के लिए कोई ठोस सबूत मौजूद नहीं है लेकिन उन्होंने संबंधित अधिकारियों से रूपर्ट मर्डोक के लिए काम कर रहे पत्रकारों के काम काज की जांच की मांग की है।
इस जांच में ये पता लगाने की बात कही गई है कि क्या इन पत्रकारों ने अमरीकी लोगों की निजता के अधिकार का हनन तो नहीं किया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर किसी गड़बड़ी के सबूत मिले तो परिणाम गंभीर होंगे।
गहराता विवादब्रिटेन से शुरू हुआ हैकिंग विवाद अब अमरीका में भी ज़ोर पकड़ रहा है और यहां भी लग रहा है कि राजनेता काफी़ शक्तिशाली मीडिया साम्राज्य को चुनौती देना चाहते हैं।
रूपर्ट मर्डोक की अमरीका में दो बड़ी मीडिया संपत्ति है,'फ़ॉक्स न्यूज़' और 'वॉल स्ट्रीट जरनल' ।पिछले दिनों फ़ोन हैकिंग का विवाद इतना गहराया कि रूपर्ट मर्डोक को ब्रिटेन से छपने वाले अपने अख़बार 'दी न्यूज़ औफ़ द वर्ल्ड' को बंद कर देना पड़ा। इस बीच ब्रिटेन के एक वरिष्ठ सांसद का कहना है कि अगले सप्ताह हैकिंग मामले पर रूपर्ट मर्डोक सांसदो की एक समीति के सामने पेश हो सकते हैं।