हैलट से 'कोरोना' गया, सभी वार्ड खाली
- कोरोना पॉजिटिव आखिरी पेशेंट भी थर्सडे को रिकवर होकर गया घर
- अभी भी अगर कोई कोविड पेशेंट भर्ती होगा तो उसका इलाज होगा KANPUR: कोरोना वायरस की दूसरी लहर में सबसे क्रिटिकल कोविड पेशेंट्स का इलाज करने वाले एलएलआर हॉस्पिटल में थर्सडे को एक भी कोविड पेशेंट नहीं बचा। एकमात्र कोरोना पॉजिटिव पेशेंट भी रिकवर होकर घर चला गया। जिसके बाद अब एलएलआर हॉस्पिटल की मेटर्निटी और न्यूरो कोविड विंग पूरी तरह से खाली हो गई है। जिसके बाद एलएलआर हॉस्पिटल में डॉक्टर्स और स्टॉफ दोनों ने ही चैन की सांस ली। हालांकि मेटर्निटी विंग में फ्लू ओपीडी पहले की तरह की चलती रहेगी। अभी भी अगर कोई क्रिटिकल कोविड पेशेंट भर्ती होगा तो उसका इलाज किया जाएगा। चार महीने में यह पहला मौका है कि अस्पताल में एक भी कोरेाना संक्रमित पेशेंट नहीं है। चार हजार से ज्यादा पेशेंट्स हुए भर्तीएलएलआर अस्पताल में कोरोना संक्रमण के सबसे क्रिटिकल पेशेंट्स के इलाज के लिए लेवल-3 की कोविड विंग तैयार की गई। मेटर्निटी विंग और न्यूरो कोविड विंग में 200 बेड का आईसीयू तैयार किया गया। इसके अलावा वार्ड-1,2,3,4 में भी कोविड ट्रीटमेंट शुरू हुआ। कोरोना संक्रमित प्रेगनेंट महिलाओं के इलाज के लिए अपर इंडिया मेटर्निटी अस्पताल में अलग कोविड विंग बनी। साथ ही संक्रमित बच्चों के इलाज के लिए 10 बेड की पीडियाट्रिक यूनिट बालरोग अस्पताल में भी बनी। कोरोना वायरस की फर्स्ट वेव में जहां 21 सौ के करीब पेशेंट्स का ट्रीटमेंट हुआ। वहीं मार्च के लास्ट वीक से जब कोरोना संक्रमण ने जोर पकड़ना शुरू किया तब से अब तक ढाई हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमितों का यहां इलाज किया गया है।
थर्ड वेव के िलए तैयारी - संक्रमितों के इलाज के लिए 425 बेड की बजाय 650 बेड की कैपेसिटी होगी - इसके अलावा 100 बेड की पीडियाट्रिक कोविड विंग भी तैयार की जा रही है। - 60 हाईटेक मल्टी पैरा मानीटर आ चुके हैं। नए पीडियाट्रिक वेंटीलेटर भी आने हैं - अस्पताल में दो ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लग चुके हैं और तीसरा प्लांट लग रहा है फैक्टफाइल- 4341- पेशेंट्स भर्ती हुए कोरोना की दोनों वेव में 3193- पेशेंट्स हुए रिकवर 1361- पेशेंट्स की हुई डेथ 425- बेड की कैपेसिटी कोविड ट्रीटमेंट की 200- बेड का कोविड आईसीयू बना 700- कोरोना संक्रमित महिलाओं की हुई सफल डिलीवरी 128- कोरोना संक्रमित बच्चों का हुआ सफल इलाज'' दोनों ही कोविड विंग में अब एक भी कोरोना संक्रमित नहीं है। इन्हें अब थर्ड वेव के लिए ज्यादा बेहतर तरीके से तैयार किया जाएगा। इसके लिए शासन से लगातार उपकरण मिल रहे हैं.''
- प्रो। आरके मौर्या, एसआईसी, एलएलआर एंड एसोसिएटेड हॉस्पिटल्स