-जीएसवीएम के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट में इंस्टाल की गई आरटीपीसीआर मशीन, जांच के लिए 2 हजार किट दिल्ली से भेजी

-रिपोर्ट के लिए नहीं करना पड़ेगा लंबा इंतजार जांच की ट्रेनिंग के लिए नोडल अफसर, रेजीडेंट और लैब टेक्निशियन केजीएमयू गए

KANPUR: कोरोना वायरस से लड़ रहे कानपुर के लिए राहत की खबर है। कोरोना जांच रिपोर्ट के लिए अब लखनऊ के भरोसे नहीं रहना पड़ेगा, साथ ही रिपोर्ट भी उसी दिन मिल जाएगी। क्योंकि जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस की जांच मंडे से शुरू हो सकती है। मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट की लैब में फ्राईडे को कोरोना वायरस की जांच करने वाली आरटी पीसीआर मशीन को कंपनी के इंजीनियर्स ने इंस्टाल कर दिया है। वहीं जांच के लिए फैकल्टी, रेजीडेंट और लैब टेक्निशियन को ट्रेनिंग के लिए फ्राईडे को केजीएमयू लखनऊ भ्ोजा गया।

डेली 100 सैम्पल की जांच

कोरोना वायरस की जांच के लिए जरूरी किट भी आईसीएमआर दिल्ली से भेज दिए गए हैं। जांच की तैयारियों को लेकर कमिश्नर सुधीर एम बोबडे और एडी हेल्थ डॉ। आरपी यादव फ्राईडे को मेडिकल कालेज पहुंचे और लैब का निरीक्षण किया। मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ.आरती लालचंदानी ने बताया कि लैब में रोज 100 संदिग्धों के सैंपलों की जांच की जा सकेगी। इसके लिए आईसीएमआर और डब्लूएचओ की सभी गाइडलाइन को फॉलो किया जाएगा।

आईसीएमआर से सिग्नल मिलते ही

जीएसवीएम मेडिकल कालेज में माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट में कोविड-19 की जांच शुरू होने से पहले आरटीपीसीआर मशीन और जांच किट के पहले बैच को चेक किए जाएगा कि दोनों ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं। इसकी रिपोर्ट आईसीएमआर दिल्ली भेजी जाएगी। वहां से ग्रीन सिग्नल मिलने पर जांच शुरू की जाएगी। जांच शुरू करने के लिए आईसीएमआर से 2 हजार टेस्ट किट रवाना कर दिए गए। जोकि देर रात या सुबह तक कॉलेज को रिसीव हो जाएंगे। वहीं असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.मधु यादव, रेजीडेंट्स और लैब टेक्नीशियन की एक टीम केजीएमयू जांच की ट्रेनिंग के लिए भेजी गई हैं।

Posted By: Inextlive