पूरे देश में कारोना के मामले बढऩे के साथ ही कानपुर में भी इस बीमारी ने फिर दस्तक दे दी है. दो महिलाओं में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है. इसमें एक जिला जेल में बंद किडनी की बीमारी से पीडि़त महिला है जो उर्सला में इलाज के दौरान कोरोना पॉजिटिव पाई गई. जबकि दूसरी महिला विनायकपुर की रहने वाली है और हाइपरटेंशन व मधुमेह से पीडि़त है. उनमें निजी लैब में हुई जांच में कोरोना की पुष्टि हुई है. जेल में कोरोना संक्रमित मिलने से खलबली मच गई है. सीएमओ ने रैपिड रिस्पांस टीम आरआरटी भेजकर संक्रमित महिलाओं के संपर्क में आने वालों के सैम्पल लेकर जांच के लिए भेजे हैं. खास बात ये है कि विनायकपुर की महिला ने कोरोनारोधी वैक्सीन की दोनो डोज के साथ बूस्टर डोज भी ली थी.

कानपुर (ब्यूरो) उर्सला के डायरेक्टर निदेशक डॉ। एसपी चौधरी ने बताया कि जिला जेल की बैरक पांच में बंद 60 साल की उर्मिला क्रानिक किडनी फेल्योर की मरीज हैं। उनकी रेगुलर डायलिसिस होती है। शनिवार को वह डायलिसिस के लिए आई थीं। तेज बुखार के साथ खांसी-जुकाम भी था। इसलिए डायलिसिस से पहले रैपिड एंटीजन किट से कोरोना जांच कराई गई। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें हैलट के कोविड वार्ड में भर्ती कराया गया है।

हाइपरटेंशन व शुगर से पीडि़त
वहीं, कंट्रोल रूम के नोडल अफसर डॉ। राजेश्वर ङ्क्षसह ने बताया कि विनायकपुर की 69 साल की कामना ङ्क्षसह में भी कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हुई है। आरआरटी के नोडल अफसर डा। गौरव त्रिपाठी ने बताया कि कामना ङ्क्षसह 18 मार्च को लखनऊ में एक कार्यक्रम में शामिल होकर लौटी थीं। बुखार की शिकायत पर निजी लैब से उनकी कोरोना जांच कराई गई। जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव आई। कामना पहले से हाइपरटेंशन व मधुमेह से भी पीडि़त हैं। उनके पति, चालक व नौकरों के साथ आसपास रहने वाले करीब 40 लोगों के सैम्पल लिए गए हैं।

जेल में आज कांट्रैक्ट ट्रेसिंग
सीएमओ डॉ। आलोक रंजन ने जेल में कोरोना वायरस का संक्रमित मिलने को गंभीरता से लिया है। उन्होंने आरआरटी के नोडल अफसर को जेल में संक्रमित के संपर्क में आए सभी पीडि़तों की सैंपङ्क्षलग कराने के निर्देश दिए हैं। जिस बैरक में महिला रह रही थी, उसमें 150 बंदी रहते हैं।

Posted By: Inextlive