यातानाएं दी जा रही हैं गद्दाफ़ी समर्थकों को: एमनेस्टी
राष्ट्रीय अंतरिम परिषद के से जुड़े कुछ लोगों ने समाचार एजेंसियों से कहा है कि मुत्तासिम गद्दाफ़ी को सिर्त में पकड़ लिया गया है। हालांकि अंतरिम परिषद के अधिकारी इस ख़बर की पुष्टि कर पाने में असमर्थ दिख रहे हैं। बेनगाज़ी में मौजूद अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की लेकिन बेनगाज़ी में मुत्तासिम के पकड़े जाने की खुशी में गोलियां चलाई गई हैं।
अंतरिम परिषद से जुड़े सैनिकों का कहना है कि उन्होंने कड़े संघर्ष के बाद अब सिर्त के अधिकतर हिस्से पर नियंत्रण कर लिया है।कहां हैं गद्दाफ़ीपूर्व में भी गद्दाफ़ी और उनके बेटों के बारे में गिरफ़्तारी की अलग अलग रिपोर्टें आ चुकी हैं। उनके एक बेटे सैफ अल इस्लाम और प्रवक्ता मूसा इब्राहिम की गिरफ़्तारी की ख़बर फैली थी लेकिन ख़बर ग़लत निकली।अगर इन ख़बरों की पुष्टि होती है तो ये अंतरिम परिषद के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जाएगी। मूसा इब्राहिम गद्दाफ़ी के कार्यकाल में न केवल उनके प्रवक्ता रहे बल्कि गद्दाफी के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भी रहे हैं।
अंतरिम परिषद को मूसा से कई जानकारियां मिल सकती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार अभी भी गद्दाफ़ी और उनके दो पुत्रों सैफ़ और खमिस के बारे में किसी के पास पुख्ता जानकारी नहीं है।माना जाता है कि कर्नल गद्दाफ़ी लीबिया के दक्षिणी हिस्से के रेगिस्तान में हैं जबकि उनके समर्थक बानी वालिद और सिर्त में लड़ाई कर रहे हैं।
समाचार एजेंसी रायटर्स ने अंतरिम परिषद के कुछ अधिकारियों का हवाला देते हुए बताया है कि मुत्तासिम को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वो अपने परिवार के साथ कार में बैठकर सिर्त से भागने की कोशिश कर रहे थे।ख़बरों के अनुसार मुत्तासिम को बेनगाज़ी ले जाया गया है। कर्नल अब्दुल्ला नकर के अनुसार मुत्तासिम को बुधवार को ही गिरफ़्तार किया गया है।अंतरिम परिषद के सलाहकार अब्देलकरीम बिज़ामा ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा है कि मुत्तासिम को सिर्त में गिरफ़्तार कर के बेनगाज़ी लाया गया है। माना जाता है कि सिर्त में मुत्तासिम और गद्दाफ़ी के अन्य वरिष्ठ समर्थकों के होने के कारण ही वहां भीषण लड़ाई हुई थी।एमनेस्टी के आरोपउधर मानवाधिकार संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा है कि लीबिया की राष्ट्रीय अंतरिम परिषद के शासन में गद्दाफ़ी समर्थकों को यातनाएं दी जा रही हैं।एमनेस्टी का कहना है कि अंतरिम परिषद के शासन में गद्दाफ़ी के समय के सैनिकों और संदिग्ध वफादारों को जेलों में बुरी तरह टार्चर किया जा रहा है और उनसे बयान लिए जा रहे हैं। मानवाधिकार गुट का कहना है कि एक हिरासत केंद्र से उन्हें कोड़े मारने और चिल्लाने की आवाज़ें भी सुनाई पड़ीं।
एमनेस्टी ने हिरासत में रखे गए कम से कम 300 लोगों से बातचीत की है और लगभग सभी का कहना था कि उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया है।लीबिया के कार्यकारी न्याय मंत्रि मोहम्मद अल अलागी का कहना है कि हथियारबंद लोग न्याय मंत्रालय के नियंत्रण में नहीं हैं और यातना के मामलों की जांच की जाएगी। अंतरिम परिषद के सत्ता में आने के बाद त्रिपोली और उसके आसपास कम से कम ढाई हज़ार लोगों को गिरफ़्तार किया गया है।