कांसेप्ट टीचर क्लीयर करेगा्र एआई करेगा आपकी हेल्प
कानपुर (ब्यूूरो)। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट और आचार्य एकेडमी की ओर से ट्यूसडे को दैनिक जागरण ऑफिस सर्वोदय नगर में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) यूज्ड इन क्लासरूम टॉपिक पर डिस्कशन का आयोजन किया गया। डिस्कशन में सिटी में बेस्ट एजुकेशन देकर अपनी पहचान बनाने वाले 20 स्कूल के कोआर्डिनेटर, प्रिंसिपल या सीनियर टीचर्स ने पार्टिसिपेट किया। आचार्य एकेडमी से आए असिस्टेेंट डायरेक्टर एडमिन एंड पीआर सतीश सेट्टïी ने कहा कि एआई सिर्फ आंसर देगा, बेसिक कांसेप्ट टीचर को ही क्लियर करने होंगे। 90 मिनट तक चले डिस्कशन में क्लासरूम में एआई का यूज बताया गया। टीचर्स ने आचार्य एकेडमी से आए एआई एक्सपर्ट से सवाल पूछे, जिसके आंसर दिए गए। यहां टीचर्स ने भी आपस में एआई के यूज को लेकर डिस्कशन किया।
कुछ ऐसा रहा सेशन
सेशन को सुबह 11 बजे टीचर्स के आने के बाद शुरु किया गया। यहां एआई के बारे मेें टीचर्स को बताया गया। इसके बाद एआई का क्लासरुम में किस तरह से यूज किया जा सकता है। इसके बारे मेें बताया गया। एआई के गुड या बैड होने पर डिस्कशन हुआ। इसके बाद टीचर्स को चैटजीपीटी के बारे में बताया गया। एआई के यूज से किस तरह से अपने काम को आसान और जल्दी किया जा सकता है। इसके टिप्स दिए गए। एआई को लेकर ग्रुप डिस्कशन और क्वेश्चन आंसर सेशन भी हुआ।
डिस्कशन में एआई को लेकर डिस्कशन में निचोड़ निकला की एआई किसी की जॉब नहीं ले सकता है। इसका कारण यह है कि एआई केवल क्वेश्चन का आंसर देने में सक्षम है। एआई में कोई इमोशनल फीलिंग नहीं होती, इसके अलावा वह कांसेप्ट क्लीयर करने में भी सक्षम नहीं है। इतना ही नहीं एआई एक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस है, जिसमें ह्यूमन माइंड की तरह क्रिएटिविटी नहीं होती। इससे यह तय है कि एआई से किसी की जॉब नहीं जाने वाली है। बल्कि अगर इसका यूज किया जाए तो यह काम को आसान और कम समय में करने में हेल्प करता है। डाटा शेयर हो रहा यह गलत
सेशन में ग्रुप डिस्कशन के दौरान इस बात पर जमकर जोर रहा कि हमारा डाटा शेयर हो रहा यह गलत है। हम कोई बातचीत करते या किसी भी चीज को सर्च करते हैैं। वैसे ही उससे रिलेटेड कंटेट मोबाइल में सोशल मीडिया और ईकामर्स वेबसाइट्स में दिखाई देने लगता है जो कि गलत है। सवाल उठा कि हमारा डाटा शेयर हो रहा जो कि नहीं होना चाहिए। एआई की यह टेक्नोलॉजी गड़बड़ है।
काम को आसान करने के लिए करें एआई का यूज
आचार्य एकेडमी से बतौर स्पेशलिस्ट आए सतीश सेट्टïी ने कहा कि आप सबको एआई का यूज काम को आसान बनाने के लिए करना है। इसके लिए एआई के बेसिक्स को समझना होगा.ओरिजिनल थाट्स और क्रिएटिविटी तो टीचर के अंदर ही है। आंसर आने के बाद वह कैसे आया इसको समझना भी जरुरी है। इसमें टीचर का रोल है।