कोरोना के नए वैरिएंट जेएन 1 से सबसे अधिक खतरा कोमॉर्बिड यानि दो या दो अधिक बीमारियों से पीडि़त पेशेंट को हो सकता है. इसको लेकर हेल्थ डिपार्टमेंट अलर्ट हो गया है. दो या फिर दो से अधिक बीमारियों से ग्रसित पेशेंट को सतर्कता बरतने को हेल्थ डिपार्टमेंट ने कहा है. कोरोना से संक्रमित होने के बाद ठीक होने वाले पेशेंट ठीक तो हो गए लेकिन इनकी फाइब्रोसिस ठीक नहीं हुई है.

कानपुर (ब्यूरो) । कोरोना के नए वैरिएंट जेएन 1 से सबसे अधिक खतरा कोमॉर्बिड यानि दो या दो अधिक बीमारियों से पीडि़त पेशेंट को हो सकता है। इसको लेकर हेल्थ डिपार्टमेंट अलर्ट हो गया है। दो या फिर दो से अधिक बीमारियों से ग्रसित पेशेंट को सतर्कता बरतने को हेल्थ डिपार्टमेंट ने कहा है। कोरोना से संक्रमित होने के बाद ठीक होने वाले पेशेंट ठीक तो हो गए लेकिन इनकी फाइब्रोसिस ठीक नहीं हुई है। इंफ्लुइंजा और फ्लू वायरस के संक्रमण के बाद हालत बिगड़ जाती है। नेशनल कॉलेज ऑफ चेस्ट फिजिशियन के सेंट्रल जोन के चेयरमैन डॉ। एसके कटियार का कहना है कि बहुत से पेशेंट है। जिनकी फाइब्रोसिस अभी ठीक नहीं हुई।


कोरोना के सेकेंड फेस में लिस्ट की गई थी तैयार
सिटी में लगभग 12 हजार कोमॉर्बिड पेशेंट यानी ने दो या फिर दो से अधिक बीमारियों से ग्रसित पेशेंट की संख्या है। इसकी लिस्ट हेल्थ डिपार्टमेंट ने कोरोना के सेकेंड फेज में तैयार की थी। कोरोना से ग्रसित होने के बाद ट्रीटमेंट के लिए आने वाले पेशेंट के मुताबिक यह लिस्ट तैयार की गई थी। सिटी में लगभग एक लाख कोमॉर्बिड पेशेंट है। जिसमें 12 हजार के लगभग अति गंभीर श्रेणी में आने वाले कोमॉर्बिड पेशेंट हैं। यह पेशेंट गवर्नमेंट व प्राइवेट हॉस्पिटल में रजिस्टर्ड हैं।


कोविड गाइडलाइन फॉलो करे
कोरोना काल में शासन की तरफ से जारी की गई गाइड लाइन को सतर्कता बरतते हुए कोमॉर्बिड पेशेंट फॉलो करे। लक्षण उभरने पर ऐसे पेशेंट को तुरंत हॉस्पिटल में एडमिट कर ट्रीटमेंट कराने को कहा गया है। सीएमओ डॉ। आलोक रंजन ने बताया कि कोविड की पुरानी गाइडलाइन अभी लागू हैं। उसको फॉलो कर नए वैरिएंट जेएन 1 से बचा जा सकता है।

पुरानी जांच में ही पकड़ में आ जाएगा नया वैरिएंट
किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के प्रो। अमिता जैन ने बताया कि कोरोना का नया वैरिएंट जेएन 1 का संक्रमण पुरानी जांच में ही पकड़ में आ जाएगा। इसके लिए हमें अलग किट की जरूरत नहीं पड़ेगी। देश में जिन प्रदेशों में नए वैरिएंट के केस मिले हैं। वहां के एक्सपर्ट से वैरिएंट के संबंध में जानकारी ली जा रही है।

Posted By: Inextlive