करोड़ों रुपए खर्चकर टेप किए गए सीसामऊ नाला से गंगा में गिर रहे दूषित पानी को रोकने के लिए कमिश्नर डॉ. राजशेखर का दिया गया अल्टीमेटम भी काम नहीं आया. कमिश्नर ने 24 घंटे में पानी रोकने के आदेश दिए थे लेकिन ऐसा हो नहीं सका. नाले से लगातार गंगा में पानी गिर रहा है. गठित चार सदस्यीय टीम ने फ्राईडे सुबह और शाम दो बार मुआयना किया तो पता चला कि पानी अभी पूरी तरह से रुक नहीं सका है.

कानपुर ( ब्यूरो) गंगा में सीसामऊ नाले से दूषित पानी गिरने की शिकायत को लेकर थर्सडे को कमिश्नर ने मौके का मुआयना किया था। इसे रोकने को लेकर चार सदस्यी टीम गठित कर दी थी। जिसमें अपर नगर आयुक्त सूर्यकांत त्रिपाठी, प्रभागीय वनाधिकारी अरङ्क्षवद कुमार यादव, क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी अनिल माथुर, जल निगम के परियोजना प्रबंधक ज्ञानेन्द्र चौधरी शामिल है।

सभी पंप चलाए जाएं
अपर नगर आयुक्त का कहना है कि सुबह और शाम टीम ने मुआयना किया। इस दौरान पांच पंप चलाए जा रहे थे, इसके चलते नाले का फ्लो धीमा जरूर हुआ लेकिन पानी का गिरना पूरी तरह से बंद नहीं हुआ। नाले को साफ कराके 24 घंटे के भीतर पानी का प्रवाह रोकने के आदेश दिए गए हैं। यह भी आदेश दिए गए है कि दूषित पानी अगर कहीं और से भी आ रहा है तो उसको पता लगाकर रोका जाए। बिजली जाने पर पंप को जेनरेटर से कनेक्ट करने के लिए ऑटो सिस्टम लगाया जाए।

Posted By: Inextlive