यूज कॉमर्शियल, टैक्स रेजीडेंशियल
प्रॉपर्टी टैक्स में बड़ा 'खेल',
-सर्वे में आए चौंकाने वाले आंकड़े, नगर निगम में प्रॉपर्टी रिहायशी मौके पर मिली कॉमर्शियल -लेनदेन के खेल में फंसे जोन के रेवेन्यू इंस्पेक्टर, इन प्रॉपर्टीज को देना होगा हाउस टैक्स kanpur@inext.co.inKANPUR : सिटी के 2 वार्डो नवीन नगर काकादेव और गीतानगर में प्रॉपर्टी टैक्स के सर्वे में हुए खेल का खुलासा हुआ है। नगर निगम के डॉक्यूमेंट में दर्ज प्रॉपर्टी रेजीडेंशियल हैं, जबकि दोनों ही वार्डो में बड़ी संख्या में प्रॉपर्टीज का कॉमर्शियल यूज होता पाया गया है। सैकड़ों जमीनों पर रेस्टोरेंट, होटल और ऑफिसेस बने हुए हैं, जो कॉमर्शियल प्रॉपर्टी के दायरे में आता है। इसी तरह दर्जनों जगहों पर मकान की जगह अपार्टमेंट बने मिले, जहां 20 से लेकर 30 तक फ्लैट बने हुए हैं। सर्वे में नगर निगम में दर्ज प्रॉपर्टी से ज्यादा प्रॉपर्टी का खुलासा हुआ है। नगर आयुक्त द्वारा कराए गए इस सर्वे की रिपोर्ट के बाद अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। जोन के रेवेन्यू इंस्पेक्टर इस खेल में फंसते नजर आ रहे हैं।
फ्लैट की कोई िगनती नहींदोनों ही वार्डो में बड़े पैमाने पर फ्लैट मिले हैं। जबकि इनमें से कोई भी हाउस टैक्स के दायरे में नहीं था। वहीं डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के रिकॉर्ड में भी इनकी गिनती नहीं है। सभी फ्लैट का कूड़ा सड़क पर फेंका जाता था। ऐसे में अब इनको हाउस टैक्स और कूड़ा कलेक्शन के दायरे में लाने के लिए सर्वे किया गया था। इसके साथ ही नई प्रॉपर्टी के लिए लखनऊ की एक कम्पनी के जरिए जीआईएस सर्वे भी कराया जा रहा है।
एक घर और किराएदार कई दरअसल, ये सर्वे इसलिए किया गया था कि डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन होने के बावजूद बड़े पैमाने पर कूड़ा सड़कों पर आ रहा था। ऐसे में एक घर में कई-कई किराएदार मिले, जो कूड़ा जेनरेट कर रहे थे। इसमें जेटीएन के कई कर्मचारी भी ऊपरी कमाई कर रहे थे। इससे नगर निगम और कंपनी दोनों को लगातार रेवेन्यू लॉस हो रहा था। '' सर्वे के दौरान कई प्रॉपर्टी ऐसी मिली हैं जो नगर निगम के रिकॉर्ड में नहीं हैं। कई प्रॉपर्टी रेजीडेंशियल दर्ज है, लेकिन मौके पर बिजनेस हो रहा है। इससे बड़े पैमाने पर रेवेन्यू लॉस भी हो रहा है। इसे ठीक किया जाएगा और गड़बड़ी करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी.'' अक्षय त्रिपाठी, नगर आयुक्त।