आईआईटीयंस को पसंद आ रही कोडिंग की जॉब, 33 परसेंट ने की सिलेक्ट
कानपुर (ब्यूरो)। आईआईटी में पढऩे वाले मैक्सिमम स्टूडेंट्स कोडिंग की जॉब को पसंद कर रहे है। साल 2023 के प्लेसमेंट में 33 परसेंट स्टूडेंट्स ने कोडिंग की जॉब को सिलेक्ट किया है। फ्यूचर की डिमांड को देखते हुए देखते हुए प्लेसमेंट में 45 परसेट स्टूडेंट्स ने कोडिंग व साफ्टवेयर कंपनियों के जॉब ऑफर स्वीकार किए हैं। हालांकि पिछले दो सालों के मुकाबले कोडिंग की ओर स्टूडेंट्स की रुचि थोड़ी कम हुई है।
16 परसेंट नॉन कोर सेक्टर
आईआईटी कानपुर से बीटेक करने वाले स्टूडेंट्स की प्लेसमेंट की रिपोर्ट जारी हो गई है। इसके मुताबिक सबसे ज्यादा 33 परसेट स्टूडेंट्स को कोडिंग और 12 परसेट स्टूडेंट्स ने सॉफ्टवेयर कंपनी ने जॉब में दिलचस्पी दिखाई है। वहीं 25 परसेट स्टूडेंट्स को कोर इंजीनियरिंग ब्रांच में जॉब मिली है। 16 परसेट स्टूडेंट्स ने नान-कोर सेक्टर, 13 परसेट स्टूडेंट्स ने एनालिटिक सेक्टर, 12 परसेट स्टूडेंट्स ने सॉफ्टवेयर सेक्टर और एक परसेट स्टूडेंट्स ने डिजाइन सेक्टर कंपनी को पसंद किया है।
87.9 परसेंट को जॉब
आईआईटी कानपुर के प्लेसमेंट सेशन में इस बार 87.9 परसेट स्टूडेंट्स को जॉब मिली है। लेकिन कंप्यूटर साइंस सहित कुछ ब्रांच का प्लेसमेंट 90 परसेट गया है। इस प्री-प्लेसमेंट ऑफर में 33 परसेट का इजाफा हुआ है। संस्थान में 393 कंपनियां कैंपस प्लसेमेंट के लिए आईं थीं। इस साल संस्थान ने घरेलू पैकेज में रिकार्ड बनाया है। जॉब न पाने वाले स्टूडेंट वहीं हैं जो एजूकेशन को कंटीन्यू रखना चाहते है या स्टार्टअप की ओर जाना चाहते है।
संस्थान के एक स्टूडेंट को 1.9 करोड़ रुपये का घरेलू सालाना पैकेज मिला है। संस्थान के 81 स्टूडेंट्स को इंटरनेशनल पैकेज मिला था, जिसमें 73 स्टूडेंट्स ने ऑफर स्वीकार किया है। इस बार इंटरनेशनल पैकेज 2.25 करोड़ का गया है। ऐसा रहा प्लेसमेंट
बीटेक 89 परसेट, बीएस 82 परसेट, डबल मेजर, एमबीए, पीएचडी 100 परसेट, डुअल डिग्री 92 परसेट, एमएससी के 82 परसेट स्टूडेंट्स को जॉब मिली है।
किस सेक्टर में कैसा रहा प्लेसमेंट
सेक्टर 2023 2022 2021
कोडिंग 33 परसेट 38 परसेट 37 परसेट
कोर 25 परसेट 19 परसेट 19 परसेट
नान-कोर 16 परसेट 20 परसेट 14 परसेट
साफ्टवेयर 12 परसेट 5 परसेट 23 परसेट
एनालिटिक 13 परसेट 17 परसेट 7 परसेट
डिजाइन 1 परसेट 1 परसेट
यह कंपनियां हुई प्लेसमेट में शामिल
राकुटेन मोबाइल, अमेरिकन एक्सप्रेस, पीडब्ल्यूसी, इंटेल, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया, क्वालकॉम, ईएक्सएल, ओरेकल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, एसएपी लैब्स, कैपिटलवन, जेपी मॉर्गन, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, स्प्रिंकलर, एक्सट्रिया, टेक्सास इंस्ट्रूमेंट्स, एक्सिस बैंक, ईटन, क्वाडेय सिक्योरिटीज, एचएसबीसी, जगुआर लैंड रोवर इंडिया लिमिटेड, जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड, वॉलमार्ट ग्लोबल टेक इंडिया, वेल्स फारगो, एयरबस ग्रुप इंडिया, आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जीआईसी लिमिटेड, लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड, लेगाटो हेल्थ टेक्नोलॉजीज, आदि।
कंप्यूटर की भाषा को कोडिंग कहते हैं। कोडिंग के माध्यम से कंप्यूटर को निर्देश दिए जाते हैं। इसके लिए अलग अलग प्रोग्रामिंग लैंग्वेज होती हैं। जैसे कि एचटीएमएल, जावा, सी++ एवं अन्य। स्टूडेंट अपनी क्षमता के अनुसार एक, दो या कई कोडिंग लैंग्वेज सीख सकते हैं। आईआईटी सभी ट्रेड में स्टूडेंट्स को कोडिंग सिखाई जा रही है। वहीं स्टूडेंट अलग से भी कोडिंग का सर्टिफिकेट कोर्स कर रहे हैं।
कई बड़ी कंपनियां संस्थान में आ रही हैं। हर साल इसमें इजाफा हो रहा है। खुशी है कि कंपनियों ने हम पर लगातार विश्वास बनाए रखा है। जैसे-जैसे हम संस्थान के रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेक्टर को मजबूत कर रहे है। वैसे वैसे प्लेसमेंट के ऑफर्स में भी वृद्धि हो रही है।
प्रो। अभय करंदीकर, डायरेक्टर, आईआईटी कानपुर