घबराएं मत, दुख की इस घड़ी में हम आपके साथ
कानपुर(ब्यूरो)। 8 घंटे के भीतर साढ़ और अहिरवां में हुए दो हादसों में 31 लोगों की मौत हो गई। हादसों में मृतक के परिवारों और घायलों का हाल जानने के लिए रविवार को सीएम योगी आदित्यनाथ हैलट पहुंचे। पीडि़तों से उन्होंने शोक संवेदना व्यक्त की। बोले, घबराएं मत, दुख की इस घड़ी में सरकार आपके साथ खड़ी है। उन्होंने घायलों से हादसे का कारण भी जाना और बेहतर इलाज के साथ हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है।
सडक़ सुरक्षा पहली प्राथमिकता
घायलों से मिलने के बाद सीएम ने मीडिया से बात करते हुए साढ़ और चकेरी में हुई दुर्घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। बोले, ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सरकार समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाती रहती है। सडक़ सुरक्षा सरकार की प्राथमकिता में है। यह ङ्क्षचता का विषय है कि सडक़ दुर्घटनाओं में होने वाले हादसों में कई जानें जाती हैं। अब समय आ गया है कि इस पर व्यापक पैमाने पर अभियान चलाए जाए। हर आम आदमी को इससे जोड़ा जाए, क्योंकि हर जान कीमती है। इसके लिए सुरक्षा और परिवहन विभाग से जुड़े सभी विभागों की बैठक बुलाकर कार्ययोजना बनाकर अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं
उन्होंने कहा कि स्कूल कालेज से लेकर अन्य महत्वपूर्ण संस्थानों और विभागों को जोडक़र अवेयरनेस प्रोग्राम चलेगा। सरकार इसे मजबूती से आगे बढ़ाएगी। कहा कि प्राथमिक रूप से ट्रैक्टर ट्राली कृषि कार्य के लिए है उसी में इस्तेमाल करें। अंत में उन्होंने पीडि़त परिवारों के प्रति संवदेना व्यक्त की। इसके बाद वह कोरथा गांव के लिए रवाना हो गए। सीएम ने पुलिस, प्रशासनिक और चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी सूरत में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। इलाज और मदद में कोई कोताही नहीं होनी चाहिए।
7 महीने के अभि का हाल देखा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने हैलट के पीओपी वार्ड में भर्ती ज्ञानवती की गोद में रो रहे सात महीने के अभि का हाल जाना। साथ ही पूछा कि हादसा कैसे हो गया? इसके बाद सीएम ने प्राचार्य प्रो। संजय काला से पूछा कि सीने में पानी तो नहीं चला गया है। ठीक से चेक किया है। इसके बाद घायलों से इलाज, खाना, दवाएं और पानी मिलने के बारे में भी पूछा।
महिलाओं के पैर की हड्डी टूटी
इसके बाद वह सर्जिकल आईसीयू में भर्ती चकेरी हादसे की घायल महिलाओं का हाल जाना। यहां पर न्यूरो सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ। मनीष ङ्क्षसह ने बताया कि दोनों घायल महिलाओं के पैर की हड्डी टूटी है। अधिक खून बहने की वजह से हीमोग्लोबिन बहुत कम हो गया है। ब्लड प्रेशर भी बहुत कम है, जिससे उन्हें खून चढ़ाया जा रहा है। बीपी मेंटेन होने पर सीटी स्कैन कराएंगे। सीएम बीस मिनट तक घायलों के बीच रहे।
यूक्रेन की युवती से भी पूछा हाल
वहीं, सीएम ने आईसीयू में भर्ती यूक्रेन की युवती का भी हाल जाना। डॉ। मनीष ङ्क्षसह से पूछा कि दूतावास से बात हुई? इस पर डॉक्टर मनीष ने बताया कि दूतावास बहुत रुचि नहीं ले रहा है। सीएम बोले, उसके घर से कोई आया है तो बताया गया कि मां आईं हैं। डॉक्टर ने बताया कि ब्रेन का आपरेशन हो गया है, तीन बार सेप्टीसीमिया में जा चुकी है, अभी भी स्थिति नाजुक बनी हुई है।