आज से लगेंगी 6 से 9 तक की क्लास, स्टूडेंट स्ट्रेंथ पर संशय बरकरार
- 10 फरवरी यानी आज से क्लास 6 से 8वीं तक के बच्चों के सभी स्कूल खुल जाएंगे
- कई पेरेंट्स बोले, अभी करेंगे इंतजार, हालात देखकर करेंगे बच्चों को भेजने का डिसिजनKANPUR: क्लास 6 से 8वीं तक के स्कूल 10 फरवरी यानि आज से खुल जाएंगे। आधी क्षमता के साथ स्कूलों में ऑफलाइन क्लास लगेंगी। स्कूल अपनी तैयारी में जुटे हुए हैं। वहीं स्कूलों में टीचर्स और प्रिंसिपल ने दावा किया है कि कोविड-19 से जुड़े सभी प्रोटोकाल को फॉलो किया जाएगा। बच्चों के लिए मास्क मंगाए गए हैं, सैनिटाइजर का प्रबंध किया गया है। उनके लिए बैठने की व्यवस्था इस तरह की गई है, कि सोशल डिस्टेंसिंग मेन्टेन हो सके। एवरेज 30 परसेंट के करीब पेरेंट्स ने अपनी कन्सेंट दे दी है। हालांकि अभी भी असमंजस बना हुआ है कि आधी क्षमता से खुलने वाले स्कूलों में बच्चों की स्कूल में स्ट्रेंथ क्या होगी। काफी पेरेंट्स ऐसे हैं जो बच्चों की सुरक्षा का अभी भी हवाला देकर चिंता जा रहे हैं। कुछ का कहना है कि चार-पांच दिन देखेंगे हालात सामान्य मिले तब बच्चों को भेजना शुरू करेंगे।
क्लास रूम से पहले क्या होगा?एंट्री मास्क या फेस शील्ड पहले बच्चों को ही मिलेगी। पेरेंट्स की कन्सेंट होगी तभी एंट्री दी जाएगी। एंट्री गेट पर ही स्टाफ तैनात होगा। क्लासरूम में जाने से पहले उनके हाथ सेनेटाइज किए जाएंगे इसके बाद उन्हें क्लास रूम में एंट्री दी जाएगी।
टिफिन शेयर नहीं करने दिया जाएगा क्लासरूम में बच्चों के बीच में सोशल डिस्टेंसिंग को हर हाल में मेन्टेन रखा जाएगा। किसी भी बच्चे को टिफिन शेयर नहीं करने दिया जाएगा। रोस्टर के हिसाब से ही बच्चों को बुलाया जाएगा। जाते समय भी टेम्प्रेचर चेक किया जाएगा। मेडिकल हेल्प तुरंत मिले इसके भी इंतजाम किए गए हैं। पेरेंट्स के जेहन में सवाल - हफ्ते में दो दिन सिर्फ स्कूल खुलने है कम समय होने से आखिर क्या फायदा होगा? - अभी तक तो ऑनलाइन क्लास चली अब एग्जाम भी नजदीक है - बच्चे कैसे स्कूल टाइम में मास्क लगाकर लगातार बैठ सकेंगे - क्या बच्चे स्कूल में हर वक्त सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रख सकेंगे - संक्रमण की चपेट में आ गए तो इसका खौफ सता रहा है - ट्रांसपोर्टेशन के दौरान बच्चे संक्रमण की चपेट में तो नहीं आ जाएंगे रूल्स जिनका पालन करना होगा - स्कूल खोलने से पहले कैंपस, सभी क्लास के फर्नीचर, उपकरण, स्टेशनरी, पानी की टंकी, किचन, वॉशरूम, लैब और लाइब्रेरी को सैनिटाइज किया जाएगा।- अलावा स्कूल में थर्मामीटर, सेनेटाइजर, साबुन की व्यवस्था होगी
- स्कूल बस या वैन को सैनिटाइज किया जाएगा - लोकल लेवल पर मेडिकल स्टाफ से समन्वय रखना होगा - कम से कम 6 फीट की डिस्टेंस पर बैठेंगे स्टूडेंट्स -अगर स्कूलएक सीट का बेंच या डेस्क है तो इसे भी 6 फीट की दूरी पर रखा जाएगा - स्टाफ रूम या आफिस में भी 6 फीट की डिस्टेंस पर बैठने की व्यवस्था - स्कूल के सभी गेट को आने-जाने के लिए खुला रखना होगा जिससे भीड़ इकट्ठा ना हो स्कूल के कमरे, नोटिस बोर्ड, दीवार पर सामाजिक दूरी, मास्क लगाने, सेनेटाइजेशन, साफ-सफाई थूकने से प्रतिबंध के पोस्टर लगाने होंगे - पानी पीने की जगह, टॉयलेट के बाहर जमीन पर 6 फीट की दूरी का सर्किल बनाया जाएगा गवर्नमेंट की गाइडलाइंस के हिसाब से ही बच्चों को स्कूल बुलाया जाएगा। एक क्लास में 15 बच्चों से ज्यादा नहीं बैठेंगे। 30 परसेंट पेरेंट्स की कन्सेंट आ चुकी है। 60 परसेंट तक परसों सुबह तक आने की उम्मीद है। एसएसएन मिश्रा, प्रिंसिपल सुभाष पब्लिक सीनियर सेकेंड्री स्कूलबच्चों को बेझिझक पेरेंट्स भेजे। कोविड प्रोटोकाल का पूरी तरह से पालन किया जाएगा। स्पोर्ट्स एक्टिविटी नहीं होगी। क्लास में सोशल डिस्टेंसिंग मेन्टेन रखी जाएगी। स्टाफ बराबर इसकी निगरानी करेगा।
शशी लूथर, प्रिंसिपल जीडी गोयनका हमारी तैयारी पूरी है। एडमिनिस्ट्रेशन की गाइडलाइंस के मुताबिक ही स्कूल खुलेंगे। सेनेटाइजेशन की पूरी व्यवस्था की गई है। पेरेंट्स अपने बच्चों के निश्चिंत होकर स्कूल भेज सकते हैं। श्रद्धा शर्मा, प्रिंसिपल फ्लोरेट्स 75 परसेंट स्टूडेंट पहुंचे स्कूल सरकार ने ट्यूजडे से 9 से 12 क्लास के स्टूडेंट्स को पूरी क्षमता के साथ स्कूल आने के निर्देश दिए थे। हालांकि सरकारी विद्यालयों में जहां आधी क्षमता के साथ स्टूडेंट पहुंचे तो वहीं प्राइवेट स्कूलों में 75 परसेंट से अधिक स्टूडेंट्स मौजूद रहे।