मौतों पर हर हाल में लगाएं 'ब्रेक'
-कांशीराम अस्पताल पहुंचे प्रमुख सचिव आलोक कुमार, मीटिंग कर दिए बेहतर इलाज करने के निर्देश
KANPUR: सिटी में कोरोना के प्रकोप को कंट्रोल करने और कोरोना से हो रही मौतों पर ब्रेक लगाने के इरादे से नोडल अफसर बना कर कानपुर भेजे गए प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य आलोक कुमार संडे को कांशीराम अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टर्स के साथ मीटिंग में उन्होंने कोरोना से हो रही मौतों को रोकने और कोरोना पेश्ेांट्स को बेहतर इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि शहर में कोरोना से लगातार हो रही मौतों से सीएम भी चिंतित हैं इसलिए हर हाल में इसे रोकने को लेकर काम हो। सिटी में कोरोना पेशेंट्स को बेहतर इलाज मिले इसके प्रयास किए जाएं। घर पर इलाज करा रहे जिन कोरोना संक्रमितों के घर में बुजुर्ग वहां खास सावधानी बरतें। ज्यादातर मौतें अस्पताल पहुंचने में देरी की वजह से हुई हैं।
हैलट में नहीं भर्ती करते पेशेंट
मीटिंग के दौरान कांशीराम अस्पताल के सीएमएस डॉ। दिनेश सचान ने जानकारी दी कि एलएलआर हॉस्पिटल में कोरोना के क्रिटिकल पेशेंट भर्ती नहीं किए जाते उन्हें यहां भेज दिया जाता है। जबकि यहां लेवल-2 के ट्रीटमेंट की फैसिलिटी है। जो क्रिटिकल पेश्ेांट आते हैं वह लेवल-3 के होते हैं इस वजह से भी काफी पेशेंट की मौत हो रही है। जिस पर प्रमुख सचिव ने फीडबैक लेकर आगे की स्ट्रेटजी बनाने के लिए कहा। इस दौरान कमिश्नर डॉ। राज शेखर, डीएम आलोक तिवारी, सीएमओ डॉ.अनिल मिश्रा भी मौजूद रहे।
बॉक्स बनाएं एसजीपीजीआई से भी आई टीम कांशीराम अस्पताल में एसजीपीजीआई के एक्सपर्ट्स भी पहुंचे। उन्होंने डॉक्टर्स को क्रिटिकल पेश्ेांट्स के ट्रीटमेंट को लेकर जरूरी दिशा निर्देश दिए। मीटिंग के दौरान प्रमुख सचिव ने आइसोलेशन में भर्ती पेशेंट्स की हेल्थ को लेकर उनके परिजनों को पूरी जानकारी देने के लिए भी कहा। जिससे कि पेशेंट की हालत को लेकर उनके परिजन अवेयर रहे। उन्होंने अस्पताल में चल रहे ट्रीटमेंट की व्यवस्था भी सीसीटीवी के जरिए देखी। साथ ही अस्पताल में ऑक्सीजन का पूरा बैकअप रखने के लिए भी कहा।