कानपुर साउथ पुलिस ने मादक पदार्थ की तस्करी और मोबाइल चोरी करने वाले इंटरस्टेट गैंग के दो शातिरों को गिरफ्तार किया है. चेकिंग के दौरान शातिरों के पास से 106 चोरी के मोबाइल और 25 लाख कीमत की 1.850 किलो चरस बरामद हुई है. ये गैंग अलग-अलग राज्यों में घूम-घूम कर चोरी और मादक पदार्थों की तस्करी करता है. पुलिस गैंग से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है.

कानपुर (ब्यूरो) डीसीपी साउथ प्रमोद कुमार ने बताया कि ये गैंग अलग-अलग जिलों अन्य राज्यों मे चरस बेचने और लोगों के मोबाइल फोन चोरी करता है। रैली, जुलूस और भीड़ में शामिल होकर इस गैंग के मेंबर्स वारदात को अंजाम देते थे। चेकिंग के दौरान बाबूपुरवा पुलिस ने गिरोह के दो शातिरों को नए पुल के नीचे रेलवे पटरी के किनारे बाबूपुरवा से शुक्रवार रात गिरफ्तार किया।

शातिरों की पहचान
पूछताछ में दोनों की पहचान बब्लू जिलानी का हाता बम पुलिस मैदान के पास कर्नंलगज निवासी परवेज उर्फ चिकना और मुंशीपुरवा डाकखाना शहीद पार्क निवासी शाहरुख उर्फ नूर आलम के रूप में हुई है। शातिरों ने बताया कि बरामद मोबाइल उन्होंने अजमेर व अन्य शहरों के भीड़ भाड़ वाले स्थानों से चुराये थे जिन्हें नेपाल में बेचने की तैयारी कर रहे थे। दोनों के खिलाफ बाबूपुरवा में चोरी, मादक पदार्थों की तस्करी समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। शनिवार को दोनों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।

इस तरह करते थे क्राइम
पूछताछ पर अभियुक्तों ने बताया कि बिहार और नेपाल से चरस मंगाते हैैं। सुनसान स्थानों पर घूम-घूम कर इसकी बिक्री करते है। इसी बीच रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड जैसे भीड़भाड वाले स्थानों में आने वाले लोगों के मोबाइल फोन पार कर देते हैं। डीसीपी साउथ प्रमोद कुमार ने बताया कि आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार सिंह, सब इंस्पेक्टर बृजेश कुमार सिह, चौकी प्रभारी टीपीनगर प्रदीप भाटी समेत बाबूपुरवा की पुलिस टीम शामिल थी।

Posted By: Inextlive