'चिड़ी मार' ग्रेग का जलवा
इयान चैपल, ग्रेग चैपल और ट्रेवर चैपल ने ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट क्रिकेट खेला था। इयान आक्रामक कप्तानी के लिए मशहूर थे जबकि ग्रेग अपनी कलात्मक बल्लेबाज़ी और बेहतरीन तकनीक के लिए जाने जाते थे।
हालांकि ट्रेवर चैपल देश के बाहर कम जाने जाते है। स्टेडियम में इन तीनों भाइयों की आदमक़द तस्वीर लगी है जो क्रिकेट के सबसे प्रसिद्ध बंधुओं में जाने जाते हैं।ट्रेवर चैपल ने सिर्फ़ तीन टेस्ट मैच खेले, लेकिन उन्हें वर्ष 1981 में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ मैच के लिए याद किया जाता है जब उन्होंनें बल्लेबाज़ को छक्का मारने से रोकने के लिए अंडर आर्म गेंदबाज़ी की थी।'चिड़ी मार ' ग्रेगवैसे तो ग्रेग चैपल बल्लेबाज़ी के लिए जाने जाते थे, लेकिन कभी-कभी गेंदबाज़ी भी कर लेते थे। एडिलेड में उनका एक ओवर क्रिकेट इतिहास में अमर हो गया। हुआ ये कि घरेलू टूर्नामेंट में ग्रेग गेंदबाज़ी कर रहे थे और सामने थे वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज़ जॉन इनवेरारिटी।
ग्रेग ने एक गेंद डाली, लेकिन अचानक बीच में एक छोटी चिड़िया उड़ती हुई आ गई। गेंद उस चिड़िया को लगी, वो वहीं गिर गई। लेकिन हैरानी की बात ये रही की गेंद ने बल्लेबाज़ को भी चकमा दिया और वो बोल्ड आउट हो गए। पर अंपायर ने उस गेंद को डेडबॉल घोषित किया और इनवेरारिटी ने अर्ध शतक बनाया।
ऐडिलेड मैदान के शेफ़िल्ड शील्ड कमरे में वो चिड़िया और गेंद अब भी सुरक्षित रखें हैं जो यहां के क्रिकेट प्रेमियों के लिेए हमेशा बड़ा आकर्षण रहता है।पांच दिन के टेस्ट की प्रार्थनातेज़ पिचों पर बुरी तरह हारने के बाद भारतीय टीम से उम्मीदें कम हो गई है। लेकिन एडिलेड में टीम को बल्लेबाज़ी के लिए बढ़िया विकेट मिल सकता है।एडिलेड ओवल के पिच क्यूरेटर डेमियन हॉफ़ को उम्मीद है कि ये मैच पूरे पांच दिन तक चलेगा। उनका कहना है कि एडिलेड ओवल बल्लेबाज़ों के लिए ऑस्ट्रेलिया में सबसे अच्छी पिच है और पहले दिन गेंदबाज़ों को मदद मिल सकती है, लेकिन उसके बाद बल्लेबाज़ जमकर रन बना सकते हैं। भारतीय कोच डंकन फ्लेचर ने भी क्यूरेटर से बात की है और पिच का मिज़ाज जानने की कोशिश की।