‘लाइक’ बटन के लिए फेसबुक पर मुकदमा
एक दिवंगत डच प्रोग्राम योहानेस योसेफ एवेरारदुस फान डेर मीर की तरफ से पेटेंट रखने वाली कंपनी ने ये मुकदमा किया है। रेमब्रांट सोशल मीडिया नाम की इस कंपनी का कहना है कि फेसबुक की कामयाबी के पीछे काफी हद तक फान डेर मीर के दो पेटेंट्स का योगदान है जिनका इस्तेमाल बिना अनुमति किया गया।
फेसबुक का कहना है कि उसे इस मुकदमे और इस बारे में किए गए दावों पर कुछ नहीं कहना है। रेमब्रांट सोशल मीडिया ने वर्जीनिया में मुकदमा किया है।सोशल मीडिया का आधारकंपनी के वकील टॉम मेल्शाइमर कहते हैं, “हम मानते हैं कि रेमब्रांट के पेटेंट सोशल मीडिया का आधार हैं और हम चाहते हैं कि जज और ज्यूरी सबूतों के आधार पर इसी निष्कर्ष पर पहुंचे.”
रेमब्रांट के पास ही फान डेर मीर के वो सब पेटेंट हैं जो उन्होंने शुरुआती सोशल नेटवर्क तैयार करने में इस्तेमाल किए थे, जिसे सर्फबुक का नाम दिया गया था। उनका 2004 में निधान हुआ था। फान डेर मीर ने ये पेटेंट 1998 में हासिल किए थे जबकि फेसबुक की शुरुआत इसके पांच साल बाद हुई।
मुकदमे में दायर दस्तावेजों के मुताबिक सर्फबुक एक सोशल डायरी थी जिसके जरिए लोग अपने दोस्तों और परिवार के साथ जानकारी साझा कर सकते थे और लाइक बटन के साथ किसी चीज को पसंद कर सकते थे।
दस्तावेजों के अनुसार फेसबुक को इन पेटेंटों के बारे में जानकारी थी क्योंकि इसका जिक्र उसने कुछ पेटेंट्स के लिए दिए गए अपने आवेदनों में किया।