मंडे को देर रात गोविंदपुरी रेल ओवर ब्रिज आरओबी पर बेहद सनसनीखेज हादसा हुआ. पुल की रेलिंग तोड़ते हुए तेज रफ्तार कार करीब 40 फीट नीचे गिर गई. शुक्र रहा कि इतने भीषण हादसे के बावजूद कार सवार तीनों लोग एयरबैग खुलने की वजह से सुरक्षित बच गए. फजलगंज थाने की पुलिस ने मंगलवार को क्रेन की मदद से कार को बाहर निकलवाया. एयरबैग की वजह से बड़ा हादसा होने से बच गया.

कानपुर(ब्यूरो)। मंडे को देर रात गोविंदपुरी रेल ओवर ब्रिज (आरओबी) पर बेहद सनसनीखेज हादसा हुआ। पुल की रेलिंग तोड़ते हुए तेज रफ्तार कार करीब 40 फीट नीचे गिर गई। शुक्र रहा कि इतने भीषण हादसे के बावजूद कार सवार तीनों लोग एयरबैग खुलने की वजह से सुरक्षित बच गए। फजलगंज थाने की पुलिस ने मंगलवार को क्रेन की मदद से कार को बाहर निकलवाया। एयरबैग की वजह से बड़ा हादसा होने से बच गया।

बाल-बाल बचे
पांडु नगर निवासी अनुराग त्रिवेदी ने बताया कि सोमवार देर रात करीब ढाई बजे बेटा हर्ष अपने पारिवारिक भाई हर्षित और भाभी को लेकर यशोदा नगर छोडऩे जा रहे थे। गोविंदपुरी ब्रिज पर चढ़ते समय कार की बाएं तरफ का टायर फट गया और तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर रेलिंग को तोड़ते हुए 40 फीट नीचे जा गिरी। गाड़ी का एयरबैग खुलने और पेड़ पर गिरने के बाद जमीन पर गिरने से कार सवार तीनों लोग सुरक्षित बच गए।

क्रेन की मदद से निकाली
कारसवार युवकों ने ने हादसे की सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची फजलगंज पुलिस ने तीनों को सुरक्षित बाहर निकाला और घर पहुंचाया। मंगलवार सुबह क्रेन की मदद से क्षतिग्रस्त कार को बाहर निकाला गया। फजलगंज थाना प्रभारी आशीष द्विवेदी ने बताया कि हादसे में कोई घायल नहीं हुआ है। कार को निकलवाकर मालिक को सौंप दिया गया।
जर्जर पुल बना हादसे का सबब
हादसे का शिकार हर्ष ने बताया कि गोविंदपुरी ओवर ब्रिज जर्जर हो चुका है। सालों से इसकी रेलिंग, डिवाइडर और सडक़ की मरम्मत नहीं हुई है। इसके चलते कार रेलिंग से टकराई तो सीधे तोड़ते हुए 40 फीट नीचे जा गिरी। रेलिंग इतनी पुरानी हो गई है कि जरा सी ठोकर लगने पर भरभरा कर गिर रही है। अगर समय रहते इस पुल की मरम्मत नहीं की गई तो किसी दिन बड़ा हादसा होगा।

शहर के दूसरे पुल भी जर्जर
गोविंद गर ओवर ब्रिज ही नहीं शहर में नया पुल रेलवे ओवर ब्रिज, मुरे कंपनी रेलवे ओवर ब्रिज और कुछ दिन पहले ही बना श्याम नगर आरओबी, अफीमकोठी से टाटमिल की ओर जाने वाला आरओबी, टाटमिल से घंटाघर की ओर जाने वाला आरओबी भी जर्जर हो चुके हैैं। इन आरओबी की बात करें तो इनकी रेलिंग जगह-जगह टूट गई हैैं। जिससे रात के समय कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। हालांकि बढ़ते लोड को देखते हुए झकरकटी से अफीमकोठी, टाटमिल से नयापुल, गोविंद नगर और दादा नगर पर समानान्तर आरओबी बनाया जा चुका है।

Posted By: Inextlive