15 फरवरी तक सबसे ज्यादा जीएसटी चुकाने वाले 500 प्रतिष्ठानों के बाहर लगे कैमरों की डिटेल राज्य वस्तु एवं सेवाकर विभाग को अपलोड करनी है. कम समय बचने के कारण अफसरों ने सभी दुकानदारों को इसका प्रोफार्मा थमा दिया है. जिससे कारोबारियों में रोष है. उनका कहना है कि विभाग उन लोगों को बेवजह परेशान कर रहा है.


कानपुर (ब्यूरो) प्रशासन शहर को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने के लिए दुकान, स्कूल, हॉस्पिटल, पेट्रोल पंप, पुलिस चौकी, उद्योगों, बैंक में लगे कैमरों की डिटेल कलेक्ट कर रहा है। कमिश्नर की बैठक में तय किया गया था कि किस क्षेत्र के कितने कैमरों की जानकारी लेनी है। बैठक के दिन तक दुकानों में 321 कैमरे लगे होने की जानकारी थी। सबसे अधिक जीएसटी देने वाले 500 प्रतिष्ठानों के एंट्री, एक्जिट गेट, रोड साइड व पब्लिक एरिया को दिखाने वाले कम से कम एक हजार आईपी बेस्ड कैमरों का डाटा 15 फरवरी तक फीड किया जाए।बाकी को क्यों किया जा रहा परेशान
4 फरवरी को यह बैठक हुई लेकिन एक सप्ताह तक अधिकारी सक्रिय नहीं हुए। आखिर 10 फरवरी को अफसर सक्रिय हुए। समय कम बचा था और 11 को दूसरा शनिवार था और 12 फरवरी को रविवार, इसलिए छोटे-बड़े सभी प्रतिष्ठानों को दायरे में ले लिया गया। खुद अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा था कि यह दुकानदार व ग्राहकों की सुरक्षा के लिए किया जा रहा है। अब व्यापारियों की नाराजगी है कि जब सबसे अधिक जीएसटी देने वाले प्रतिष्ठानों के कैमरे की डिटेल लेनी थी तो बाकी को क्यों परेशान किया जा रहा है।

Posted By: Inextlive