बांसमंडी रेडीमेड गारमेंट बाजार में हुए अग्निकांड में क्षतिग्रस्त सभी पांचों इमारतों को शुक्रवार सील कर दिया गया. पुलिस ने सभी के मेन गेट बंद करके डेंजर का बोर्ड लगा दिया है. अब स्ट्रक्चरल स्टेबिलिटी कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस आगे की कार्यवाही करेगी. पिछले गुरुवार की रात करीब डेढ़ बजे बांसमंडी स्थित एआर टावर में आग लग गई थी. बाद में आग ने अरजन टावर मसूद कांप्लेक्स नफीस टावर और हमराज कांप्लेक्स व इससे जुड़े सुपर हमराज हमराज फेस-दो को अपनी चपेट में ले लिया था. अनुमान के मुताबिक आग से इन परिसरों में स्थित लगभग 1150 दुकानें प्रभावित हुईं जिनमें 2500 करोड़ रुपये का माल खाक हो गया.

कानपुर (ब्यूरो) इंस्पेक्टर अनवरगंज अशोक कुमार सरोज ने बताया कि अब किसी भी इमारत में सुरक्षित माल बचने की संभावना नहीं है। एआर टावर के तीनों ऊपरी मंजिल, मसूद का टावर-2 और हमराज कांप्लेक्स खतरनाक घोषित किए गए हैं। अगर इनमें कोई दुकान सुरक्षित बची भी होगी, तो अभी तक वहां तक कोई नहीं गया है। स्ट्रक्चरल स्टेबिलिटी कमेटी की रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने क्षतिग्रस्त इमारतों को सभी ओर से सील कर दिया है। इसके अलावा वहां डेंजर का बोर्ड भी लगा दिया गया है।

24 घंटे रहेगी पिकेट
एडीसीपी राहुल मिठास ने बताया कि घटनास्थल पर पुलिस की पिकेट लगाई है, ताकि यहां की देखरेख के अलावा यह नजर भी रखी जाए कि कोई भी खतरनाक हो चुकी इन इमारतों में प्रवेश न करे। वहीं आग दोबारा न भडक़े इसलिए दमकल की दो गाडिय़ां यहां हर समय उपलब्ध रहेंगी।


इस बार फीस नहीं लेगा सीएसजेएमयू
बांसमंडी अग्निकांड के पीडि़त परिवारों के बच्चों से इस बार सीएसजेएम यूनिवर्सिटी कोई फीस नहीं लेगी। कुलपति प्रो। विनय कुमार पाठक ने इसकी घोषणा करते हुए महाविद्यालयों से भी नए सत्र व सेमेस्टर की फीस नहीं लेने की अपील की है। इस संबंध में उन्होंने सभी महाविद्यालयों के प्रबंधन को पत्र भी भेजा है। पत्र में यह भी लिखा है कि अगर उन्हें निजी स्तर पर ऐसा करने में परेशानी हो रही है तो सभी प्रभावित छात्र-छात्राओं की सूची समय से उपलब्ध करा दें। शुल्क मुक्ति विश्वविद्यालय की ओर से की जाएगी।

Posted By: Inextlive